रिजल्ट खराब आने पर कालेज विद्यार्थियो ने मचाया हंगामा

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नगर के पीजी कॉलेज में शुक्रवार की सुबह उस वक्त हंगामा मच गया जब एनएसयूआई के बैनर तले विद्यार्थियों ने कॉलेज गेट में ताला जडक़र नारेबाजी शुरू कर दी। जहां विद्यार्थियों ने छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए एमए और एमएससी के परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाते हुए, कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर आक्रोशित विद्यार्थियों के इस हंगामे को देख कॉलेज प्रबंधन ने पुलिस को मामले की जानकारी देकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कॉलेज में पुलिस बुला ली ।जहां करीब आधा घंटे की समझाई के बाद आक्रोशित विद्यार्थियों ने जिला कलेक्टर ,पीजी कॉलेज प्राचार्य और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय कुलपति के नाम एक ज्ञापन सौंपकर विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए परीक्षा परिणाम में सुधार करने, निशुल्क कॉपियों की जांच कर ,दोबारा परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग की। वहीं ज्ञापन के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रबंधन को 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए, एनएसयूआई द्वारा 10 दिनों के भीतर मांग पूरी ना होने पर आबेडकर चौक में चक्का जाम कर पीजी कॉलेज प्राचार्य और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति का पुतला दहन करने और उग्र आंदोलन का विरोध प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी गई है।
ज्यादातर विद्यार्थी फेल होने पर जताया आक्रोश
बताया जा रहा है की छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा पिछले माह के अंत मे जारी किए गए विभिन्न संकायों के परीक्षा परिणाम में ज्यादातर विद्यार्थी  फेल हो गए हैं। जिसमे किसी को शून्य, किसी को 2 ,तो किसी को मिले महज 4 अंक मिले है।इस तरह जारी किए गए परीक्षा परिणामो में 80 से 90 प्रतिशत विघार्थियों को फेल कर दिया गया है।जिसको लेकर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों के विभिन्न संकायों में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर खासा आक्रोश देखा जा रहा है। जिन्होंने शुक्रवार को एनएसयूआई के बैनर तले अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग पर गलत परीक्षा परिणाम जारी करने, परीक्षा परिणाम में हुई गलती का पता लगाने, उत्तरपुस्तिकाओ को रीचेक करने, और दिए गए अंको की रि-टोटलिंग कर उसमें सुधार कर नया परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग की। जिन्होंने अपनी इसी मांग को लेकर कालेज प्रभारी प्राचार्य को एक ज्ञापन सौपा है।जिसमे उन्होंने उनकी समस्त मांग जल्द से जल्द पूरी कराने की गुहार लगाई है। वही 10 दिनोंं केे भीतर  मांग पूरी ना होने पर एनएसयूआई के बैनर तले भारी हंगामा के साथ आबेडकर चौक में चक्का जाम कर कालेज प्राचार्य और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय कुलपति का पुतला दहन करने की चेतावनी दी हैेेे।
116 बच्चो में से महज 6 बच्चे हुए पास
बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा ली गई परीक्षा में विद्यार्थियों को बहुत कम अंकों प्राप्त हुए हैं। माइक्रो इकोनॉमी में 15 अंक ,क्विटी में 5 अंक, ग्रोथ में महज 4 अंक मिले हैं जब्कि कुछ बच्चो को किसी पेपर में उन्हें 0 अंक प्राप्त हुए हैं।बताया जा रहा है कि करीब 116 बच्चे थे जिसमें से महज 6 बच्चे पास हुए हैं जबकि 81 लोग फेलहो गए इसके अलावा 30 लोगों को सप्लीमेंट्री आई है। इसीलिए विघार्थी कॉपी को री चेक कराकर ,डबल से परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग कर रहे है।
80 से 90 प्रतिशत विघार्थियों हुए फेल
बताया जा रहा है कि एम ए,और एमएससी फर्स्ट व थर्ड सेम के विघार्थियों का छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा 30 जून परीक्षा परिणाम जारी किया गया है। जिसमे 80 से 90 प्रतिशत विघार्थियों को फेल कर दिया गया है। जबकि विद्यार्थियों ने पेपर अच्छे से दिया था उस हिसाब से परीक्षा परिणाम प्राप्त नहीं हुआ है जिसपर विद्यार्थी इस रिजल्ट से संतुष्ट नही हैं जिन्होंने विश्वविद्यालय स्तर से रिजल्ट में सुधार पुन: परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग की है।
प्रिंसिपल हमारा सपोर्ट नहीं कर रहे हैं-सविता नगपुरे
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जागपुर निवासी इकोनॉमी एमए की  छात्रा सविता नगपुरे ने बताया कि हमारी क्लास का रिजल्ट काफी गिर गया है। जो परीक्षा परिणाम छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया है उसमें किसी को शून्य, तो किसी को एक नंबर तो वही किसी को महज 4 अंक मिले हैं। हमारी क्लास से महज 6 बच्चेपास हुए हैं, 30 बच्चों को एटीकेटी आई है और 81 बच्चों को फेल कर दिया गया है। केवल एमए इकोनॉमिक्स ही नहीं बल्कि एमएससी का भी रिजल्ट गिरा है।जिसमें 90 प्रतिशत  बच्चे फेल हो गए हैं।हमारी मांग है कि हमारी कॉपियों की पुन: जांच की जाए और उसमे सुधार कर पुन: रिजल्ट जारी किया जाए। अपनी इसी मांग को लेकर हमने कई बार ज्ञापन सौंपा है लेकिन हमारे प्रिंसिपल हमारा सपोर्ट नहीं कर रहे हैं।
तो सरकारी संपत्ति तहस-नहस हो जाएगी-दामिनी कुंभरे
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान छात्रा दामिनी कुंभरे ने बताया कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया रिजल्ट बहुत खराब आया है। हम चाहते हैं कि रिजल्ट में सुधार किया जाए। हमारे प्राचार्य बोल रहे हैं कि वे कुलपति से बात कर रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। हमारी मांग है कि निशुल्क कॉपियों को खुलवा कर उन्हें रि चेक कर नया रिजल्ट बना कर दिया जाए। यदि हमारी यह मांग पूरी नहीं होती और समस्या का समाधान नहीं किया जाता तो फिर आगामी समय में सरकारी संपत्ति तहस-नहस हो जाएगी।
तो चक्का जाम कर फूकेंगे पुतला- ऋषभ
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान एनएसयूआई कॉलेज अध्यक्ष ऋषभ सहारे ने बताया कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में जो कॉपी चेक हुई है उसमें गलती हुई है, हमारे प्राचार्य भी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं ।इसके पूर्व भी हमने कई बार आवेदन निवेदन किया है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिले में करीब 3000 विद्यार्थी फेल हो गए हैं वहीं एक कॉपी खुलवाने में करीब 200रू लग रहे हैं हमारी मांग है की कॉपी खुलवाने का खर्च बच्चों से ना लिया जाए। रिटोटलिंग की जगह कॉपी चेक किया जाए ,और यह पूरी प्रक्रिया निशुल्क की जाए। यदि 10 दिनों के भीतर हमारी मांग पूरी नहीं होती तो एनएसयूआई के बैनर तलेआबेडकर चौक में कुलपति और प्राचार्य का पुतला दहन किया जाएगा।
जो भी फैसला करना है वह विश्वविद्यालय को करना है – सिरसाठे
वहीं इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान पीजी कॉलेज प्राचार्य डॉ गोविंद सिरसाठे ने बताया कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए परीक्षा परिणाम में ज्यादातर विद्यार्थी फेल हो गए हैं ।फेल हुए विद्यार्थी कॉपियों को पुन: खुलवा कर निशुल्क कॉपियां रीचेक किए जाने की मांग कर रहे हैं। जबकि विश्वविद्यालय का नियम है कि यदि कोई भी छात्र कॉपियां खुलवाना चाहता है तो उसे उसका  निर्धारित शुल्क जमा करना होगा।जो बच्चे अपनी कॉपियां खुलवाना चाहते हैं शुल्क जमा कर अपनी कॉपी रिचेक करा सकते हैं। लेकिन विद्यार्थी नहीं मान रहे हैं। और वह निशुल्क कापियां रिचे करने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसमें जो भी फैसला करना है वह विश्वविद्यालय को करना है हमने ज्ञापन प्राप्त कर लिया है जिसे विश्वविद्यालय पहुंचा दिया जाएगा।

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