डबल मनी के एक एजेंट की हत्या करके उसकी लाश जगल में जला दी गई। यह सनसनीखेज वारदात 6 दिन पहले बहेला थाना के ग्राम रिसेवाड़ा के जंगल में घटित की गई। 20 नवंबर को बहेला पुलिस6 दिन से लापता डबल मनी के एजेंट रामेश्वर पिता गजानन कर्राहै 40 वर्ष ग्राम दुल्हापुर निवासी की जली हुई लाश बरामद की। और पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सौंप दिया बहेला पुलिस ने इस मामले में विनय लिल्हारे ग्राम गोर्रे निवासी को गिरफ्तार कर लिया है जिससे पूछताछ की जा रही है । इस वारदात के बाद अब डबल मनी से जुड़े एजेंटों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामेश्वर ने नरेंद्र लिल्हारे से रुपए डबल करने के लिए थे और नरेंद्र लिल्हारे रामेश्वर को रुपए वापस करने के लिए दबाव दे रहा था किंतु रामेश्वर रुपए वापस करने की स्थिति में नहीं था जिसके बाद 13 नवंबर से रामेश्वर नरेंद्र लिल्हारे के घर ग्राम गोर्रे से लापता हो गया था। रामेश्वर कर्राहे के ड्राइवर दौलत वाघड़े ने बहेला पुलिस को गुमशीदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 07 नवंबर को उसके पास शाम मे करीबन 07.30 बजे सुधीर चन्द्रीकापुरे के बुलाने पर वह और रामेश्वर कर्राहे दोनों रायपुर गए थे। रायपुर में पहले से ही सुधीर चंद्रीकापुरे के साथ नरेन्द्र लिल्हारे गोर्रे, चंदू भटेरे, विनोद भटेरे, सरोज भटेरे बोलेगांव, ऋषभ दोनाडकर निवासी भानेगांव से मिले। जिसके बाद 13 नवंबर को रामेश्वर, चंदू भटेरे, सरोज भटेरे, ऋषभ दोनाड़कर रायपुर से ट्रेन मे बैठकर आमगांव आ गये। जहां पर नरेन्द्र लिल्हारे जो हमसे दो दिन पूर्व रायपुर से वापस आ गया था। नरेन्द्र लिल्हारे ने हमे लेने के लिए गाडी भेजी थी जिसमे बैठकर गोर्रे आ गये। इसके बाद दौलत वाघड़े और रामेश्वर को नरेन्द्र लिल्हारे ने अपने घर पर रोक लिया। उसके बाद हमे बहेला और रिसेवाडा के जंगल मे ले जाकर सभी ने मिलकर बेल्ट व डंडो से बहुत मारा और बोले कि हमारे जो पैसे तुम डबल करने के लिये लेकर गये हो वह वापस कर दो नही तो जान से मार देगें। रात मे रामेश्वर कर्राहे की तबियत बहुत बिगड़ गयी थी वह बेहोश हो चुका था उसे पानी पिला रहे थे तो वह नहीं पी सका और हिल-डुल भी नही रहा था। उसके बाद सुबह होते ही उसे अपने साथ अस्पताल लेकर चले गये और मुझे वही पर छोड़ गये। घर का दरवाजा खुला था तो दौलत वहां से भागकर अपने घर चला गया था। दौलत वाघड़े ने बताया कि अब तक रामेश्वर अपने घर नहीं पहुंचा था जिसके चलते उसकी पत्नी के साथ बहेला थाने में आरोपियों के विरुद्ध शिकायत की है। पुलिस ने आरोपी नरेंद्र लिल्हारे, विनय पिता नरेंद्र लिल्हारे और संदीप के विरुद्ध धारा 365, 341, 323, 506, 34 ताहि. का पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया है। 13 नवंबर की रात्रि की गई नरेंद्र लिल्हरे और उसके बेटे विनय लिल्हारे द्वारा की गई मारपीट में रामेश्वर की मौत हो गई और उसी रात नरेंद्र लिल्हारे ने अपने बेटे और अन्य लोगों के साथ मिलकर रामेश्वर की लाश रिसेवाड़ा के जंगल मैं ले जाकर लाश को आग से आग के हवाले कर दिए।
19 नवंबर को दुलापुर निवासी रामेश्वर कर्राहे की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसकी पत्नी और उसके ड्राइवर दौलत नीलचंद वाघड़े उम्र 32 साल के द्वारा बहेला थाने में तीन आरोपी जिनमे नरेंद्र लिल्हारे, विनय पिता नरेंद्र लिल्हारे और संदीप तीनों गोर्रे निवासी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जो लाश मिली है रामेश्वर कर्राहे की हो सकती है। यह पूरा मामला डबल मनी के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि रामेश्वर कर्राहे डबल मनी मामले में एजेंट का काम करता था जिसके द्वारा पैसे नहीं दिए जाने पर निवेशकों के द्वारा उसके साथ मारपीट की गई है एवं उसे मारकर जंगल में फेंक दिया गया है। 20 नवंबर को जंगल में एक जली हुई लाश देखी गई मौके पर पहुंची बहेला पुलिस लाश बरामद की किंतु मौके पर उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी इस संबंध में नरेंद्र लिल्हारे के बेटे विनय लिल्हारे को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने रामेश्वर मारपीट से मौत होने के बाद उसकी लाश को रिसेवाड़ा के जंगल में ले जाकर आग के हवाले करना बताया। बहेला पुलिस ने इस मामले में विनय लिल्हारे को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है इस मामले की जांच बहेला थाना प्रभारी दिनेश भंवर द्वारा की जा रही है
विनय लिल्हारे ने बताया लापता व्यक्ति के शव का राज
लापता रामेश्वर कर्राहे के ड्राइवर दौलत के बताए अनुसार पुलिस ने आरोपियों की खोजबीन शुरू की जिसमें नरेंद्र लिल्हारे ग्राम गोर्रे निवासी के पुत्र विनय लिल्हारे को रविवार की सुबह गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। इस दौरान आरोपी विनय ने रामेश्वर कर्राहे की हत्या कर उसका शव गढ़माता मंदिर से लगे जंगल की पहाडिय़ों में फेंका जाना स्वीकार किया गया।
गढ़माता मंदिर के पीछे 1 किमी दूर पहाड़ी के नीचे मिला शव
उक्त मामले में आरोपी विनय लिल्हारे के कथन अनुसार एसडीओपी दुर्गेश आर्मो के मार्गदर्शन में बहेला पुलिस थाना प्रभारी दिनेश भंवर, लांजी पुलिस थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी और दलबल के साथ आरोपी के बताये घटनास्थल पर पहुंचे और शव की खोजबीन शुरू की लगभग 1 से डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गढ़माता मंदिर से पीछे 1 किमी दूर पहाड़ी के नीचे अधजली अवस्था में व्यक्ति रामेश्वर कर्राहे का शव बरामद किया गया। जिसे पहाड़ी पर पहले जलाने के बाद उसे नीचे झाडिय़ों में फेंक दिया गया था। इस कार्रवाई में बालाघाट से डॉग स्क्वायड भी लाकर शव को खोजने में सहायता ली गई।
4 से 5 दिन पुराना शव होने का अनुमान
जंगल में शव अधजली हालत में बरामद हुआ है और उसे पहाड़ी से लगभग 15 फिट नीचे फेंक दिया गया था जिसके कारण उसके शरीर में जगह-जगह चोट के निशान थे वहीं सिर और गले में किसी धारदार हथियार से वार के निशान भी देखे गये है शव 4 से 5 दिन पुराना होने के कारण उसमें कीड़े भी लगना शुरू हो गये थे जिसके कारण पुलिस टीम को शव को बरामद करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। हालांकि मौके पर मौजूद एसडीओपी दुर्गेश आर्मो के कुशल मार्गदर्शन में पुलिस जवानों के द्वारा सावधानीपूर्वक मृतक के अधजले शव को समेटकर बहेला थाना लाया और शव को पीएम के लिये रखा गया था।
जनचर्चा का रहा विषय
डबल मनी से जुड़ा यह मौत का मामला पहला नहीं है इसके पहले भी कई जगह एजेंटों के साथ मारपीट की जा चुकी है तो वही कुछ महीने पहले ही राजनांदगांव में एक एजेंट की संदिग्ध रूप से तालाब में लाश मिली थी। वही अब गढ़माता के पीछे जंगल में यह लाश भी संदिग्ध रूप से जली हुई मिली है। जन चर्चा का विषय है कि अभी तो यह शुरुआत है आगे भी ऐसे कई मामले देखने मिलेंगे। अगर निवेशको को समय पर उनका रुपया नहीं मिला तो आगे कई ऐसी घटनाएं सामने आ सकती है।
पुलिस ने लोगों से की अपील
जैसे-जैसे एजेंटों के साथ मारपीट का मामला सामने आ रहा है वैसे वैसे लोगों में डर का माहौल भी बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें उनका पैसा वापस चाहिए तो वह अपने सबूतों के साथ पुलिस थाने में शिकायत करे। ताकि एजेंटों के विरुद्ध कार्रवाई कर निवेशकों का पैसा उन्हें वापस दिलाया जा सके। लेकिन मारपीट जैसी घटना करके अपराध का भागीदार ना बने।