रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लेकर चल रही चर्चा से पूरा विश्व टेंशन में दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी और राहत देने वाली खबर यह दिखाई दे रही है कि रूस और उसके पड़ोसी देश किर्गिस्तान, कजाकिस्तान मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं जिले के 2 दर्जन से अधिक छात्र बिना किसी टेंशन के अपनी पढ़ाई में व्यस्त हैं।
इस विषय पर जब हम ने रूस के किस्तान और कजाकिस्तान सहित अन्य पड़ोसी देश में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजनों और सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि इस समय रूस और उसके पड़ोसी देश में किसी भी तरह की कोई तनाव वाली स्थिति नहीं है कालेज प्रबंधन की ओर से ऐसी कोई जानकारी उन्हें नहीं दी गई है हालांकि यूक्रेन और रूस के मामले में समाचार चैनलों के माध्यम से उन्हें पेंशन की जानकारी मिल रही है इन सब से दूर उनकी कॉलेज रोजाना लग रहे हैं और जनजीवन पूरी तरह से सामान्य है।
शहर के बूढ़ी निवासी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत राजेंद्र बोपचे से बताते हैं कि उनका बेटा रूस में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। यूक्रेन और रूस के बारे में उन्हें रोज समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिल रही है लेकिन बेटे ने इस विषय पर कोई चिंता जाहिर नहीं की। जिस कारण हमारे मन में कभी यह विचार नहीं आया कि उसे देश वापस बुलवा लेना चाहिए।
बूढ़ी निवासी राजेंद्र बोपचे की तरह ही लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हंसराज डाहटे और शहर के मोती नगर निवासी पिपलेवार परिवार के सदस्य बताते हैं कि उनके बच्चे रूस के पड़ोसी देश किर्गिस्तान में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन यहां पर किसी भी तरह का कोई तनाव नहीं है सभी स्थिति सामान्य है।
निश्चित ही बालाघाट उन परिजनों की तरह जिनके बच्चे रूस सहित पड़ोसी देश में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग जो इन देशों में रोजगार के लिए गए हुए हैं या बरसों बरस से यहां पर निवास कर रहे हैं, सहित आज पूरे दिन ही नहीं पूरे विश्व की नजरें रूस- यूक्रेन मुद्दे पर टिकी हुई है और सब यही चाहते हैं कि इन दोनों देशों का मसला बातों से टल जाए और युद्ध की नौबत ना आए।