लालबर्रा तहसील मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर टैग्नी खुर्द गांव में रविवार की सुबह रेत उत्खनन को लेकर ग्रामीणों और बांदा कंपनी के दो कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि ग्रामीणों ने बांदा कंपनी के दोनों कर्मचारियों की जमकर पिटाई कर बंधक बना लिया।
घटना की जानकारी मिलने पर मीडिया कर्मी कवरेज के लिए टैग्नी खुर्द गाँव पहुंचे लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने खबर कवरेज करने से मना करते हुए कैमरे छिन लिए, काफी समझाइश के बाद ग्रामीणों ने कैमरे वापस किए लेकिन खबर कवरेज करने से इनकार कर दिया।
सूचना मिलने पर लालबर्रा थाने आला अधिकारी अपने अमले के साथ टेनी खुर्द गाँव पहुंचे और ग्रामीणों से विवाद समाप्त करने की बात करते हुए बांदा कंपनी के दोनों कर्मचारियों को छोड़ने की बात कही।
काफी समझाइश के बाद भी ग्रामीणों ने उन्हें छोड़ने से इनकार कर दिया। इस बीच एक कर्मचारी की तबीयत खराब होने पर उसे तत्काल अस्पताल भिजवाया दिया गया।
लेकिन दूसरे कर्मचारी को ग्रामीणों ने छोड़ने से इनकार कर दिया पुलिस द्वारा बार-बार समझाइश दी गई तब ग्रामीणों द्वारा एक शर्त रखी गई कि बांदा कंपनी के ठेकेदार टेंगनी खुर्द गांव पहुंचे और पूरे मामले पर ग्रामीणों से माफी मांगे उसके बाद ही बंधक बनाए गए कर्मचारी को छोड़ेंगे।
इस बीच ग्रामीणों का आक्रोश कम नहीं हुआ जिसे देखते हुए लालबर्रा थाने के प्रभारी द्वारा इस बात की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद जानकारी यही मिल रही है कि वारासिवनी और खैरलांजी से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया जा रहा है। दूसरी और ग्रामीणों से लगातार पुलिस के अधिकारी चर्चा कर रहे हैं जिससे उनका आक्रोश समाप्त हो जाए और बंधक बनाए हुए कर्मचारियों को भी छोड़ दे।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इसी वर्ष जनवरी माह में रेत उत्खनन को लेकर बांदा कंपनी के कर्मचारियों द्वारा गांव के कुछ युवाओं की जमकर पिटाई कर दी गई थी जिसके बाद ग्रामीणों में बांदा कंपनी के कर्मचारियों के प्रति बहुत अधिक आक्रोश व्याप्त था।
रविवार को जब एक बार फिर जनवरी माह जैसी स्थिति उत्पन्न हुई तो इस बार ग्रामीण एकजुट हो गए और ग्रामीणों ने बांदा कंपनी के कर्मचारियों की जमकर पिटाई कर बंधक बना लिया।