वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। रेलवे विभाग के द्वारा नॉन इंटरलॉकिंग गेट को मुख्य स्टेशन से ट्रेन छूटने पर बंद कर दिया जा रहा है। जिससे उक्त गेट पर वाहनों की लम्बी कतार खडी हो रही है राहगीरों को परेशानी का भी सामने करना पड़ रहा है। जिसको लेकर उनके द्वारा रेलवे से पूर्व की तरह कम समय के लिए गेट बंद करने की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में नगर के वारासिवनी बालाघाट मार्ग पर ओवर ब्रिज निर्माण कार्य चल रहा है जिसके लिए मार्ग डायवर्ट कर शिवधाम मोहल्ले से वाराटोला होते हुए बालाघाट रोड़ पर निकाला जा रहा है। जिसमें बालाघाट रोड़ पर आने के लिए वारा टोला रेलवे क्रॉसिंग नॉन इंटरलॉकिंग गेट लगा हुआ है। जो बालाघाट से ट्रेन छूटने के पहले प्रायवेट नंबर मांगते ही बंद कर दिया जा रहा है, इसके बाद उक्त गेट से ट्रेन निकलने के बाद उसे खोला जा रहा है। ऐसे में पैसेंजर ट्रेन के समय ३० से ३५ मिनट एवं मालगाड़ी के समय ४० से ४५ मिनट तक नॉन इंटरलॉकिंग गेट को बंद करके रखना पड़ रहा है। जिसके दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे खड़ी हो रही है जबकि यह डाइवर्ट मार्ग है जहां से बड़ी संख्या में बस ट्रक ट्रैक्टर डंपर सहित चार पहिया वाहन एवं मोटर साइकिल सहित स्कूल की वेन प्रतिदिन बड़ी संख्या में आना जाना कर रही है। जिनके समय पर यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है और कई बार लोग गेट कीपर पर आक्रोशित होते नजर आ रहे हैं। इस परिस्थिति में अपने जरूरी कार्यों से जाने वाले लोगों को समस्या हो रही है। हालांकि वर्तमान में नए नियमों के तहत गेट बंद कर दिया जा रहा है जिससे लोगों को जाम में फ ंसकर हालत खराब करनी पड़ रही है। यह स्थिति बालाघाट से वारासिवनी वारासिवनी से कटंगी और कटंगी से तिरोड़ी तक रेलवे मार्ग पर बनी हुई है। जहां पर राहगीर सहित समस्त प्रकार के ट्रांसपोर्ट को इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि इंटरलॉकिंग गेट स्टेशन के अंदर आते हैं उन्हें कुछ समय के लिए बंद किया जा रहा है। जिसमें राहगीरों ग्रामीण व नगर वासियों के द्वारा जल्द उक्त व्यवस्था को परिवर्तित करने की मांग की जा रही है।
यह गेट पर बनी हुई है समस्या
प्राप्त जानकारी अनुसार नये नियमो के तहत बालाघाट रेलवे स्टेशन के द्वारा ट्रेन निकलने के पहले प्रायवेट नंबर की कार्यवाही करने के बाद नॉन इंटरलॉकिंग रेलवे क्रॉसिंग के गेट वाराटोला ,बनियटोला ,कायदी, रजेगांव ,बजरंग घाट बूढी को ट्रेन निकलने तक बंद कर दिया जाता है। इसके बाद वारासिवनी रेलवे स्टेशन से ट्रेन निकलने के बाद अगासी ,शेरपार, बुदबुदा ,कोसरीटोला नॉन इंटरलॉकिंग गेटों को बंद कर दिया जाता है। तो वहीं नगर में स्थित इंटरलॉकिंग गेट लालबर्रा रोड़ बालाघाट रोड़ गर्रा गेट को ट्रेन आने के पहले बंद कर जाने के बाद खोल दिया जाता है। इस परिस्थिति में इंटरलॉकिंग गेट पर लोगों को परेशानी नहीं है परंतु नॉन इंटरलॉकिंग गेट पर लोग बहुत ज्यादा परेशान हो रहे हैं।
बालाघाट से टे्रन निकलने से पहले ही फाटक बंद होने से राहगीरो को हो रही परेशानी – वसीम अली
वसीम अली ने बताया कि यहां से ट्रेन पैसेंजर और मालगाड़ी बालाघाट आने जाने में ३० से ४५ मिनट लगता है। बालाघाट से ट्रेन निकलने के पहले ही यह फ ाटक बंद हो जाता है जिससे आने जाने में बहुत ज्यादा समस्या हो रही है। बस कार सभी प्रकार के लोग यहां से परेशानी का सामना कर रहे हैं यह स्थिति बीते कुछ दिनों से बनी हुई है। इस कारण से मार्ग में वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है और जाम जैसी स्थिति बनती है। सबसे ज्यादा समस्या पैसेंजर को हो रही है क्योंकि हर कोई अपने जरूरी कार्यों से समय पर पहुंचने के लिए यात्री वाहनों का सहारा लेते हैं। जैसे अभी यह बस जो खड़ी है उसका १२.३० बजे का समय था परंतु अब इसे बहुत ज्यादा दिक्कत होगी आगे भी समय नहीं मिलेगा।
दूसरा डाइवर्ट मार्ग की व्यवस्था की जानी चाहिए- तरूण वरकड़े
तरुण वरकड़े ने बताया कि इस मार्ग पर पूरा ट्रैफि क जाम हो गया है आधे से १ घंटे तक यहां पर समय लग रहा है। यह जो यात्री वाहन है वह वारासिवनी और बालाघाट का टाइमिंग नहीं पकड़ पा रहे हैं क्योंकि आने जाने में परेशानी हो रही है। जिस प्रकार से यहां हर व्यक्ति की हालत खराब हो रही है तो वह अपने कार्य के लिए पहुंचकर क्या काम कर पाएगा। मोटर साइकिल सहित सभी प्रकार के वाहन यहां पर खड़े हुए हैं यह जो फ ाटक है इसकी समस्या है। जबकि यह डाइवर्ट मार्ग है जिस पर ज्यादा समस्या है क्योंकि सभी वाहन इसी से आना जाना कर रहे हैं इन्हें दूसरा डाइवर्ट मार्ग की व्यवस्था की जानी चाहिए।
टे्रन आने के ३० मिनट पहले की फाटक बंद लोगो को परेशान करना है-महेश बाहेश्वर
महेश बाहेश्वर ने बताया कि हम यहां के स्थानीय निवासी हैं लगभग ३००० मकान इस मार्ग पर है जहां के लोग यहीं से आना जाना करते हैं। इसके साथ वारासिवनी से बालाघाट जाने के लिए बस ट्रक ट्रैक्टर डंपर मोटरसाइकिल चार पहिया वाहन सभी यहां से चलते हैं तो दिक्कत होती है। ट्रेन आने के ३० से ३५ मिनट पहले ही गेट बंद हो जाता है आज मुझे भी जरूरी काम से जाना था । कचहरी में किसी अधिकारी से मिलना था परंतु यहां पर हमारा एक घंटा बर्बाद हो गया अब शायद ही मुलाकात हो पाएगी। अभी आप देख सकते हैं पूरे वाहन यहां पर खड़े हैं ट्रेन तो चली गई परंतु दोनों साइड के वाहन क्रॉस नहीं हो पा रहे हैं बहुत मुश्किल जा रही है। हम चाहते हैं कि यह फ ाटक को १० से १५ मिनट के लिए बंद करना चाहिए।
यह बायपास मार्ग है इस पर दिक्कत बहुत ज्यादा है-योगेन्द्र बिसेन
योगेंद्र बिसेन ने बताया कि मेरे पापा को मैं डॉक्टर को दिखाने के लिए लेकर जा रहा हूं उन्हें अस्पताल लेकर जाना है। २० मिनट से ज्यादा समय हो गया है मैं यहां पर खड़ा हूं और अभी २० मिनट और लगेगा ट्रेन आने के पहले ही गेट बंद कर दिया गया है। पूरा ट्रैफि क पीछे तक दोनों तरफ खड़ा है उसके बाद फि र गेट खुल भी गया तो पूरे वाहनों को निकालने में आधा घंटा लगेगा। क्योंकि सभी प्रकार के वाहन खड़े हैं यह बायपास रोड़ है इस पर दिक्कत बहुत ज्यादा है। यह जो ओवर ब्रिज निर्माण करने वाले हैं इन्हें व्यवस्था बनानी चाहिए।
इनका कहना ह
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि उक्त संबंध में हमें जानकारी लगी है । जिसके लिए रेलवे विभाग के अधिकारियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जायेगा।