जिला मुख्यालय में दशकों से रेलवे ओवरब्रिज की आस देख रही जनता को इन दिनों रोजाना शहर के रेलवे क्रॉसिंग पर जाम से दो-चार होना पड़ रहा है, लेकिन रेलवे क्रॉसिंग में फाटक के दोनों छोर पर लगी मशीनों में आ रही तकनीकी दिक्कतों के कारण जनता की ये मुसीबत कई गुना बढ़ रही है। ऐसा ही नजारा देखने मिला शुक्रवार को बैहर रेलवे क्रॉसिंग के पास। जहां सुबह करीब 11 बजे रेलवे फाटक के एक छोर पर फाटक फंसने वाली मशीन में तकनीकी दिक्कत आने के कारण फाटक खोलने व बंद करने में रेलवे कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान एक छोर के फाटक के खुलने तथा बंद रहने के कारण दोनों छोर वाहनों की लंबी कतार लग गई। दरअसल, फाटक खोलने या बंद करने में तकनीकी समस्या का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी बैहर रेलवे क्रॉसिंग में तकनीकी फॉल्ट के कारण फाटक खोलने व बंद करने में कर्मचारियों को घंटों पसीना बहाना पड़ा था। इसी दौरान आम लोग जाम में फंसकर परेशान हो रहे हैं।
हाथों से खोलना पड़ता है फाटक
बैहर रेलवे क्रॉसिंग से रोजाना दर्जनभर से अधिक मालगाड़ी व सवारी ट्रेनें गुजरती हैं। इसके अलावा शंटिंग के लिए कई बार फाटकों को बंद करना पड़ता है। ऐसे में कई बार फाटक को संचालित करने में आने वाले तकनीकी दिक्कतों के कारण क्रॉसिंग पर मौजूद रेलवे कर्मचारी को दोनों छोर के फाटकों को हाथों से खोलना पड़ता है। इस तरह का नजारा शुक्रवार को भी नजर आया। जब अपराह 4 बजे के करीब एक मालगाड़ी के गुजरने तथा वापस लौटन के दौरान रेलवे कर्मचारी द्वारा बारी-बारी से दोनों छोर के फाटकों को हाथों से खोलना पड़ा।