नगर के लालबर्रा रोड स्थित श्री गुरु नानक धरमशाला में 7 नवंबर को श्री संत लहरी बाबा के जन्म जयंती के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सुबह भजन कीर्तन किया गया तत्पश्चात लहरी आश्रम के मार्गदर्शक खिलेश्वर उर्फ तुकड़ोंजी बाबा के द्वारा प्रवचन देकर सत्य मार्ग की शिक्षा दी गई। विदित हो कि श्री संत लहरी आश्रम के ब्रम्हलीन परम पूज्य संत शिरोमणि जैरामदास उर्फ़ लहरी बाबा के 7 दिसंबर 2022 को जनमदिन के 100 वर्ष पुर्ण होने के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण वर्ष जन्म शताब्दी वर्ष के रूप में समारोह की शुरूवात 1 जनवरी से प्रारम्भ किया गया है जिसका समापन 11 दिसंबर को किया जाएगा। इस दौरान 7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक श्री संत लहरी आश्रम कामठा में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा। श्री संत लहरी आश्रम कामठा ट्रस्ट की स्थापना परम पूज्य लहरी बाबा ने सन 1975 में कामठा ग्राम में की थी। जिसका उद्देश्य आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा समाज में फैली अंध श्रद्धा अज्ञानता एवं पुरानी असामाजिक रूढ़ी को नष्ट कर समाज में जागृति लाना साथ ही सामाजिक व धार्मिक कार्यो के माध्यम से लोगो का समाज का बौद्धिक और आध्यात्मिक स्तर ऊँचा करना था। जिन्होंने अपना सारा जीवन इन्ही कार्यों में व्यतीत किया। उन्हें अपने प्रवचनों एवं भजनों द्वारा गावं गावं जाकर समाज में जागृति लाने की कोशिश की जिसमे वह सफल भी हुए। परम पूज्य लहरी बाबा का महानिर्वाण 11 दिसंबर 1999 को हुआ था। ऐसे महान संत, महामानव जय मानव का नारा देने वाले लहरी बाबा महाराष्ट संत परंपरा के श्रेष्ठ व् अग्रणी संत थे। उन्होंने कभी अपने जीवन में जात पात, ऊंच-नीच धर्म इन बातो से किसी में भेद भाव नहीं किया। इसी कड़ी में लहरी बाबा का जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित जनों को खिलेश्वर उर्फ तुकड़ोंजी बाबा का सानिध्य व मार्गदर्शन मिला। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।