मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर सरकार अधिकारियों को पुरस्कृत कर रही है। इसमें कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं। जिनके ऊपर लोकायुक्त पुलिस की जांच चल रही है। आम जनता के बीच इसकी तीव्र प्रतिक्रिया हो रही है।
उज्जैन के पूर्व कलेक्टर आशीष सिंह और स्मार्ट सिटी के सीईओ आशीष पाठक के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की जांच चल रही है। दोनों के ऊपर महाकाल लोक प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के आरोप हैं। अधिकारियों को उसी काम के लिए सम्मानित किया जा रहा है। इसी तरह की स्थिति झाबुआ कलेक्टर रहे सोमेश मिश्रा की भी है। इनके ऊपर भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने ही आर्थिक गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। अशोक शाह अभी-अभी दूध पिलाने के मामले में विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए। जिन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है। उनके ऊपर लगे आरोपों के बाद भी यदि सरकार दागी अधिकारियों को पुरस्कृत कर रही है। तो इसका क्या संदेश आम जनता और अधिकारियों के बीच में जाएगा। इसको लेकर मंत्रालय में भी चर्चा होने लगी हैं।