इंदौर में वंदना मर्डर केस आखिरकार पुलिस ने सुलझा लिया। वंदना की मुंह बोली बहन और दो भाइयों ने ही उसकी हत्या की थी। शुक्रवार को एरोड्रम पुलिस ने देवास से तीनों को पकड़ा। वंदना अपनी मुंह बोली बहन को ब्लैकमेल कर रही थी। इसी से परेशान होकर उसने वंदना के ही मुंह बोले भाइयों के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पहले पूरे मामले पर एक नजर
7 दिन पहले एरोड्रम थाना क्षेत्र के विद्या पैलेस कॉलोनी की एक बिल्डिंग में वंदना पति राहुल रघुवंशी की खून से लथपथ लाश मिली थी। वंदना का गला रेतकर हत्या की गई थी। कुछ दिनों पहले ही वंदना ने यह जगह किराए पर ली थी। एफएसएल की जांच में पहले आंखों में मिर्ची डालकर हत्या करने की बात सामने आई थी। क्योंकि मौके पर मिर्ची पाउडर भी मिला था। वंदना ने अपने पति को टिफिन सेंटर में काम करने की बात कही थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वंदना दो महिलाओं के साथ देह व्यापार करती थी।
पुलिस इस मामले में उसके साथ काम करने वाली महिलाओं, संदिग्धों से, उसे फोन करने वाले लोग और परिवार से भी पूछताछ कर चुकी थी। लेकिन पुलिस को कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा था। वंदना की पहली शादी भोपाल में हुई थी। 2014-15 में वह पहले पति को तलाक देकर इंदौर आ गई थी। यहां राहुल से दूसरी शादी की थी।
अब पढ़िए वंदना मर्डर केस की कहानी
एरोड्रम थाने के TI संजय शुक्ला के मुताबिक वंदना के साथ दो महिलाएं काम करती थीं। इसमें एक उसकी मुंह बोली बहन है। वह देवास की रहने वाली है। महिला ने अपनी मां को इंदौर में बुटीक में का काम करने की बात कही थी। वह वंदना के साथ काफी वक्त से काम कर रही थी। वंदना के पास उसके कुछ वीडियो भी थे। उसे आरोपी महिला की मां के बारे में पता था। जब महिला दूसरी जगह काम के लिए जाने लगी तो वंदना उसे वीडियो बताकर ब्लैकमेल करने लगी। वंदना उसे कहती थी कि उसके पास घर का एड्रेस है। वह उसकी मां को सब बता देगी। महिला ब्लैकमेलिंग से परेशान हो गई थी।
वंदना के ही मुंह बोले भाइयों ने की हत्या
आरोपी महिला वंदना के मुंह बोले भाई अशोक और गोलू को जानती थी। महिला ने उन्हें अपनी परेशानी बताई। उसने कहा कि वह इस काम से बाहर निकलना चाहती है, लेकिन वंदना उसे ब्लैकमेल कर रही है। इसके बाद मर्डर की प्लानिंग हुई। इसमें सुपारी लेकर हत्या करने की बात भी सामने आ रही है।
तीन मिनट में वारदात को अंजाम देकर भागे
TI शुक्ला के बताया कि 27 नवंबर को अशोक और गोलू पहले देवास के मार्केट पहुंचे। उन्होंने एक किराना दुकान से मिर्च पाउडर खरीदा। सीमेंट की बोरी काटने वाला हथियार भी खरीदा। अशोक और गोलू एक बाइक और आरोपी महिला अपनी एक्टिवा पर इंदौर आए। तीनों बापट चौराहे पर मिले और यहां से वंदना के घर विद्या पैलेस कॉलोनी पहुंचे। महिला ने इशारे से वंदना का घर बताया। कुछ सामान रखकर वहां से चली गई। इसके बाद अशोक घर में घुसा और दो से तीन मिनट में वारदात को अंजाम देकर बाइक से भाग निकला।
ऐसे मिला पुलिस को सुराग
TI ने बताया कि तीनों आरोपियों के बारे में मुखबिर से जानकारी मिली। वारदात के समय कुछ लोग वहां खड़े थे, जिन्होंने इन्हें देखा था। पहले महिला से पुलिस ने पूछताछ की थी, लेकिन उसे छोड़ दिया था। पुलिस को एक जगह के सीसीटीवी फुटेज भी मिले, जिसमें तीनों नजर आए। जब उसे फुटेज दिखाए तो उसने पहले तो पहचानने से मना कर दिया, सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी महिला ने हत्या करना कबूल कर लिया।
देवास के मार्केट भी पहुंची पुलिस
मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने देवास से वंदना के दोनों मुंह बोले भाइयों को भी पकड़ा। पूछताछ करने पर पूरी कहानी स्पष्ट हो गई। इसके बाद पुलिस उन्हें लेकर देवास के मार्केट पहुंची जहां से उन्होंने मिर्ची पाउडर और हथियार खरीदे थे। फिलहाल पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है, जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी।










































