वनग्राम सोनेवानी, चिखलबड्डी, सिलेझरी पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य जारी

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नगर मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत टेकाड़ी ला. के अंतर्गत आने वाली वनग्राम सोनेवानी, चिखलाबड्डी, सिलेझरी पहुंच मार्ग खराब होने के कारण पर्यटक वन्यप्राणियों के दीदार करने नही पहुंच पा रहे थे और लंबे समय से वन्यप्रेमियों व पर्यटकों के द्वारा वन विभाग के द्वारा वनग्राम सोनेवानी, चिखलाबड्डी व अन्य मार्ग जिन स्थानों पर बाघ व अन्य वन्य प्राणियों के दीदार होते है उक्त मार्गों का निर्माण करवाने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद वन विभाग के द्वारा सिलेझरी, चिखलबड्डी, सोनेवानी, नवेगांव व जंगल के अंदर पहुंचने वाले मार्गों का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें टेकाड़ी से नवेगांव, सिलेझरी तक मार्ग का निर्माण पूर्ण होने के बाद १६ नवंबर से उक्त स्थानों तक पर्यटक जिप्सी वाहन से बाघ व अन्य वनप्राणियों का दीदार करने जा सकते है परन्तु जिस मार्ग का निर्माण कार्य अधुरा है एवं कार्य जारी है उस ओर पर्यटकों को जाने से वन विभाग के आला अधिकारों ने मना किया है। वहीं वनप्रेमी व पर्यटकों ने वन विभाग से जल्द ही जंगल क्षेत्र के समस्त मार्गोंका जल्द निर्माण कार्य पूर्ण करवाने की मांग की है।

चर्चा में ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान ने बताया कि बालाघाट जिले में नेशनल पार्क से हटकर कोई चीज फेमस है तो वहां लालबर्रा का टाईगर जोन है एवं हमारे लिए गौरव की बात है कि लालबर्रा जोन में २४ टाईगर होने की जानकारी प्राप्त है और विगत दिवस डीएफओं से मुलाकात कर अवगत करवाया गया कि लालबर्रा का नाम टाइगर जोन व लालबर्रा गार्डन के नाम से पहचाना जाता है इसलिए जल्द पार्क चालू करवाये ताकि वन्यप्राणियों के दीदार हो सके। जिसके बाद उन्होने उक्त मामले को संज्ञान में लिया और स्थानीय वन विभाग के अमले के द्वारा सड़कों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है परन्तु निर्माण कार्य लेट प्रारंभ हुआ है किन्तु जंगल के अंदर की सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुकी है और पार्क जल्द शुरू होने वाली है। श्री खान ने बताया कि टेकाड़ी के अंतर्गत आने वाले वन्यग्राम सोनेवानी, चिखलाबड्डी वन पार्क चालू होने से जिप्सी वाहन चालक व आदिवासी गाईडस को भी रोजगार मिलेगा साथ ही यह भी बताया कि लालबर्रा से चिखलाबड्डी एवं लालबर्रा से नवेगांव होते हुए सिलेझरी तक मार्ग का कार्य पूर्ण हो चुका है एवं अंदर के कुछ मार्ग है जहां दलदल की स्थिति बनी हुई है वहां कार्य किया जा रहा है एवं यह क्षेत्र कान्हा व पेच का कारीडोर है और अपार पर्यटक भी आयेगें क्योंकि पेंच व कान्हा के इसी मार्ग से वन्यप्राणी क्षेत्र मेें आना-जाना करते है एवं जंगल के अंदर वन्यजीवों के लिए पानी व अन्य सुविधाएं भी की गई है।

दूरभाष पर चर्चा में वन परिक्षेत्र दक्षिण सामान्य लालबर्रा के रेंजर हर्षित सक्सेना ने बताया कि टेकाड़ी से नवेगांव, सिलेझरी एवं चिखलाबड्डी तक सड़क का निर्माण पूर्ण हो चुका है इसलिए १६ नवंबर से जंगल के अंदर पर्यटकों को प्रवेश दिया जायेगा परन्तु जिन स्थानों पर सड़क का निर्माण कार्य जारी है उस ओर उन्हे नही जाने दिया जायेगा जैसे डोंगापानी व अन्य प्रतिबंध क्षेत्र शामिल है साथ ही यह भी बताया कि जल्द ही अन्य मार्गों का भी निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया जायेगा।

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