नगर के वार्ड नंबर १४ के वार्डवासी १६ जनवरी को पुलिस थाना वारासिवनी पहुंचकर थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपकर सहायक उप निरीक्षक राजेश सनोडिया पर ओमेश क्षीरसागर के साथ बाल खींचकर डंडों से मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामले में एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई। इस दौरान एफआईआर करने को लेकर वार्डवासी अड़े रहे जिसमें थाना प्रभारी के द्वारा करीब १ घंटे तक चर्चा की गई। जहां पर पीडि़त ओमेश क्षीरसागर जो चलने में असमर्थ थे उन्हें भी एक वार्डवासी के द्वारा थाना लाया गया। उक्त मामले में समाचार लिखे जाने तक पुलिस ,पीडि़त व वार्डवासियों की बैठक जारी है। वहीं इस मामले की सुचना लगते ही क्षेत्रीय विधायक विवेक विक्की पटेल थाने पहुंचे जहां पीडि़त परिवार और वार्ड वासियों से चर्चा कर मामले में थाना प्रभारी को कठोर कार्यवाही करने निर्देशित करते हुये पुलिस अधीक्षक से चर्चा की गई।
यह है मामला
ज्ञापन में उल्लेखित है कि ओमेश क्षीरसागर के मकान के बाजू में मधु बनकर के द्वारा अपने मकान का निर्माण किया जा रहा है। १४ जनवरी को मधु बनकर के द्वारा ओमेश के मकान की दीवार के तरफ प्लास्टर का कार्य करवाया जा रहा था। पूर्व में मधु बनकर के द्वारा हमारे पानी का निकासी बंद कर दिया गया था इसकी शिकायत हमने नगर पालिका वारासिवनी में की थी। वर्तमान में उक्त व्यक्ति के द्वारा जब हमारी ओर प्लास्टर करवाया जा रहा था तब ओमेश क्षीरसागर ने कहा कि पानी निकासी करने दो तब हम अपनी तरफ से प्लास्टर करने देंगे इस पर मधु बनकर ओमेश से विवाद करने लगा । इसके बाद दो पुलिस आरक्षक वारासिवनी थाने के आए जिन्होंने ओमेश को बंधक बनाकर लेकर गए और बिना किसी संज्ञेय अपराध के अवैध रूप से २ घंटे तक थाने में बंधक बनाकर रखा गया। जब वह वापस अपने घर आए तो बिना किसी को बताएं फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहे थे जिन्हें बड़ी मुश्किल से रोका गया। और इसकी जानकारी रिश्तेदारों ,पड़ोसियों को दी जिन्होंने जाकर पूछताछ की उन्हें भी कुछ नहीं बताया। नागपुर से ससुराल पक्ष के लोग आए जिन्होंने पूछताछ की तो उन्होंने पूरा मामला बताया कि थाने के अंदर कमरा बंद कर सहायक उपनिरीक्षक राजेश सनोडिया के द्वारा डंडों से बाल पडक़र घसीटते हुए मारपीट किया गया है। और दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं जिसके निशान उनके शरीर पर है। कान पर तमाचा मारने के कारण सुनाई देना बंद हो गया है और गाली गलौज भी की गई है। हमारी मांग है कि बिना किसी प्राथमिक सूचना के घर पर आने वाले आरक्षक एवं सहायक उप निरीक्षक राजेश सनोडिया जिसने मारपीट कर अपने पद के विरुद्ध कार्य किया है । उक्त तीनों व्यक्तियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करते हुए उन्हें तत्काल निलंबित किया जायें। उनकी सेवा समाप्त करने कार्यवाही की जाए तथा उन पर प्रकरण दर्ज करते हुए आवश्यक कार्यवाही की जायें। इस अवसर पर झामसिंह भगत ,युवराज चौहान ,कैलाश दुल्हानी सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी मौजूद रहे।
पुलिस वालों ने मेरे पति को बहुत मारा है तो मेरा पति फॉसी लगा रहा था- सोनू क्षीरसागर
पीडि़त की पत्नी सोनू क्षीरसागर ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि रविवार को दो पुलिस वाले घर पर आए उन्होंने कहा मधु बनकर ने रिपोर्ट की है कि प्लास्टर नहीं करने दे रहे हो तो थाने में आकर समझौता करो। फिर मेरे पति थाने गए जहां से वापस आकर किसी को कुछ नहीं बताएं पुलिस ने उन्हें बहुत मारा तो घर आकर चुपचाप सो गए कुछ नहीं बताया फिर बहुत पूछने पर थोड़ा खाना खाया । फिर सो गए और रात में करीब १२ से १ बजे के बीच उठकर वह फांसी लगा रहे थे। मेरी आंख खुली तो मैंने उन्हें रोका तो बताया कि पुलिस वालों ने बहुत मारा सुबह पड़ोस वालों को बताया, फिर परिवार वालों को बताया सभी ने पूछने पर बताया कि पुलिस वालों ने उन्हें बहुत मारा है जबकि एफआईआर कुछ नहीं थी। यह पुराना मामला है नाली थी जिसका पानी जाता था तो हम पानी निकासी की मांग कर रहे थे उसके बाद उन्हें प्लास्टर करने बोल रहे थे हमारा मकान भी प्रधानमंत्री आवास का बन रहा है सलाप हाइट होने दो कहा था। यह रविवार का मामला है हम रिपोर्ट दर्ज करने आए हैं।
थाने के अंदर ओमेश का बाल पकडक़र पुलिस वाले ने बहुत मारा है-रामेश्वर पटले
प्रत्यक्षदर्शी रामेश्वर पटले ने बताया कि वह वार्ड नंबर १४ में रहते हैं ओमेश क्षीरसागर के घर में दो पुलिस वाले आए बाजू वाले मधु बनकर ने उनकी शिकायत थाने में की थी तो थाना चलने के लिए कहा की बनकर और तुम आमन सामने बैठकर बात कर लो। तब ओमेश ने मुझे चलने को कहा तो मेरी भी पानी की समस्या होने से थाने उसके साथ आया। इस दौरान ओमेश समस्या बता ही रहा था कि पानी निकासी का रास्ता नहीं है जिसकी हम मांग कर रहे हैं । इतने में वह पुलिस वाले सहाब ने ओमेश का बाल पडक़र उसे मारना चालू कर दिया और बहुत मार मारा फिर घसीटते हुए कमरे में लेकर गये। मार के डऱ से ओमेश मान गया और राजी हुआ पूरे कमरे में बाल पड़े हुए थे इस डर से लिखा कि समझौता हो गया है अब कोई दिक्कत नहीं है।
पुलिस वाले ने इतना मारा कि ओमेश को घाव आ गया-चांगोलाल पटले
चांगोलाल पटले ने पद़मेंश से चर्चा में बताया कि वह बाहर गए हुए थे जो वापस अपने घर लौटे तो जानकारी लगने पर ओमेश से चर्चा किया तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने थाने बुलाया था। तो वह बबलू और मेरे बालक जिसकी किडनी की समस्या है उसके साथ थाने में आया तो बात करते हुए पुलिस ने उसके साथ मारपीट कर दी। पुलिस वाले ने इतना मारा कि वह लडक़े को घाव आ गए हैं, इसके बाद फिर हमारे बालक को पूछा किंतुम् कोई समस्या तो नहीं है जिसमें वह घबरा गया। हमारी मूल समस्या यह है कि पुरानी जमीन है पिछले ५० सालों से पानी निकासी होता है फिर इन्होंने जमीन खरीदी तो पानी निकासी नहीं है। उनसे कहने जाओ तो कहते हैं कि हम नहीं जानते आज हम ३ साल से दलदल में रह रहे हैं एक से डेढ़ फीट नाली की मांग कर रहे हैं कि पानी निकासी हो जायें। अब गरीबों के साथ ऐसा होगा और समाधान नहीं होगा तो कल अच्छे लोगों को समस्या ही होगी।
पुलिस की ऐसी हरकत बर्दाश्त नही कि जायेगी- विवेक पटेल
विधायक विवेक विक्की पटेल ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि जिस प्रकार से पुलिस का रवैया आम इंसान के ऊपर दिख रहा है यह बहुत गलत है। जिसका उदाहरण थाना वारासिवनी में देखने मिला की सहायक उपनिरीक्षक के द्वारा एक व्यक्ति को बहुत बुरी तरह मारपीट किया गया है यह अच्छा नहीं है। जिसके लिए वार्डवासी थाने आए थे हमने उपस्थित होकर थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक से चर्चा की है । कि ऐसे व्यक्तियों पर त्वरित कड़ी कार्यवाही की जाए और इस विषय का ध्यान रखें की ऐसी घटनाओं की पुर्नवृत्ति ना हो। हम चाहते हैं कि क्षेत्र में अच्छी कानून व्यवस्था बनी रहे और निश्चित रूप से मामले में कार्यवाही होगी हम सदैव जनता के लिए तत्पर है गलत बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इनका कहना है
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि मामले में जानकारी लेने के लिए पीडि़त व वार्डवासियों से चर्चा की जा रही है जिसमें शिकायत ले ली गयी है।