पुलिस थाना वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत मुरझड़ से 9 मार्च को ग्राम वारा के वाराटोला के माता मंदिर से चोरी किये गये दो बकरे ग्रामीणों के द्वारा बरामद कर स्वयं का बता रहे व्यक्तियों को पुलिस के सुपुर्द किया गया था हालांकि बाद में उक्त मामले में समझौता हो गया उसके बाद बकरे वाले अपना बकरा लेकर चले गये। प्राप्त जानकारी के अनुसार धार्मिक मान्यता एवं परंपरा के अनुसार ग्राम पंचायत वारा के वारा टोला स्थित माता मंदिर में ग्रामीणों के द्वारा कुछ वर्ष पहले ग्राम देवी को मन्नत का बकरा छोड़ गया था जो पूरे गांव में घूमता रहता था जो। बीते दिवस अचानक वह कहीं गायब हो गया था जिसकी पतासाजी ग्रामीण लोग कर रहे थे उन्हें 9 मार्च को सूचना लगी कि ग्राम मुरझड़ में दो बकरे मिले हैं जिन्हें कुछ व्यक्ति अपना बता रहे हैं। जहां पर ग्रामीणों के द्वारा जाकर देखा गया तो वह बकरे उनके ग्राम वाराटोला के माता मंदिर के बकरे थे इस दौरान चर्चा चल ही रही थी कि तभी पुलिस थाना वारासिवनी की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उन्होंने घटना की जानकारी लेकर दो बकरे और वह व्यक्ति जो उसे अपना खरीद बता रहे थे उन्हें लेकर वारासिवनी थाने में आई। जहां पर उक्त व्यक्तियों से पूछताछ की गई इस मामले में कुछ देर बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया और वाराटोला के ग्रामीणों के द्वारा कार्रवाई करने से इनकार कर दिया गया। इसके बाद दोनों पक्ष अपने-अपने ग्राम के लिए रवाना हो गये।
ग्रामीण अनिल सार्वे ने बताया कि ग्राम के माता मंदिर में बकरे थे इसके बारे में पता चला कि बकरा किसी के द्वारा चुरा कर ले जा लिए गए हैं जो मुरझड़ में घूम रहे हैं। जिस पर हम सभी वहां पर पहुंचे तो उक्त अपराधी लोग भी वहीं पर थे जो उसे अपना बता रहे थे इतने में पुलिस आई और बकरा और व्यक्ति दोनों को थाने में लेकर आए हैं। यह बकरा हमारे माता मंदिर के हैं और जब गुनहगार मिले हैं तो हम चाहते हैं कि पुलिस अपनी कार्यवाही कर हमें बकरा वापस करें।
ग्रामीण रायसिंह पन्द्रे ने बताया कि सुबह सुनील बंटी पारधी का फोन आया कि दो बकरे ग्राम मुरझड़ में है वह वारा टोला माता मंदिर के है बकरा भटकते हुए चले गया होगा। किंतु थोड़ी देर बाद पता चला कि किसी व्यक्ति के द्वारा ग्राम का बकरा चोरी कर लिया गया था मौके पर जाकर देखें तो पुलिस आ गई थी जिसके बाद सभी को यहां पर लाया गया। जिन व्यक्तियों को पुलिस ने लाई है उनका कहना है कि वह बकरा उन्होंने खरीदा है जबकि यह बकरा माता मंदिर के है और इस प्रकार तुमाड़ी और नेवरगांव के भी लोग कह रहे थे कि उनके बकरा चोरी हुए हैं। 10 से 15 बकरा इनके द्वारा बांधे जाने की जानकारी है अब यही चाहते हैं कि कानून अपनी कार्यवाही कर हमारे हमारा बकरा वापस करें।
इनका कहना है
दुरभाष पर बताया कि बकरे को लेकर विवाद सामने आया था जिसमें आवेदक पक्ष के द्वारा समझौता कर लिखित में दिया गया की कार्यवाही नहीं चाहिए जिस पर बकरा उन्हें सौंप दिया गया है।
बीवी टांडिया थाना प्रभारी
पुलिस थाना वारासिवनी