वारासिवनी जनपद बना जुऑ घर……..

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वारासिवनी जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आज कल जुऑ सट्टा का खेल प्रतिदिन देर शाम को कार्यालय बंद होने के बाद प्रारंभ हो जाता है। पंचायत के ही कर्मचारी सभाकक्ष हॉल में शाम ६ बजे से रात्री १० बजे तक इस कार्य को अंजाम देते है। जिससे एक शासकीय संस्था को अपमानित होना पड़ रहा है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी जनपद पंचायत में इस तरह के कृत्य होने की जानकारी प्राप्त हो रही थी। जिसका २६ मई की देर शाम ७ व ८ बजे के बीच एक विडियो सोशल मिडिया पर वायरल हुआ। जिस पर जिला कलेक्टर के द्वारा संज्ञान लेते हुये जनपद पंचायत सीईओं श्रुति चौधरी को दूरभाष पर यह जानकारी देते हुये स्पष्टी करण मांगा गया।  इस संबंध में जब जनपद पंचायत सीईओं श्रुति चौधरी से दूरभाष पर चर्चा करनी चाही गई तो उनसे संपर्क नही हो पाया।

अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिये सीईओं ने किया जिलाधीश को प्रेषित किया प्रतिवेदन

उक्त संबंध में सीईओं के द्वारा जिला कलेक्टर को एक पत्र प्रेषित किया गया कि २६ मई २०२३ को जनपद पंचायत वारासिवनी के संबंध में वारासिवनी जनपद बना जुऑ घर कार्यालयीन समय के बाद हो रहा रात में जुऑ शीर्षक नाम से वायरल किये गये विडियों अनुसार जनपद पंचायत वारासिवनी के पुराने सभाकक्ष में ताश खेलते हुये ३ व्यक्तियों को दिखाया गया है। विडियों में देखनेे पर ताश खेलते हुये  कार्यालय के कर्मचारी सहायक ग्रेड ३ लिपिक मनोज चौरे, पंचायत समन्वयक महेश कुंभारे की पहचान की गई है। तीसरे व्यक्ति का चेहरा स्पष्ट न होने से उसकी पहचान नही हो पा रही है। ऐसे में संबंधित कर्मचारियों के विरूध्द म.प्र. सिविल सेवा वर्गीकरण नियम १९६५ के अनुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने हेतु प्रतिवेदन प्रेषित किया है।

मनोज चौरे सहित अन्य २ लोग खेल रहे थे जुऑ – जितेन्द्र राजपूत

पद्मेश से चर्चा करते हुये जनपद सदस्य जितेन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि जनपद पंचायत में रात के सात बजकर चालीस मिनट पर तीन कर्मचारियों के द्वारा ताश के ५२ पत्तों से जुऑ खेला जा रहा था। जिसमें लिपिक मनोज चौरे सहित अन्य २ व्यक्ति शामिल थे। हॉल बंद कर अंदर जुऑ खेल रहे थे। यह खेल कार्यालयीन समय खत्म होने के बाद अब इनका क्या नियम है इसकी जानकारी नही है जिसके विषय में मैने जनपद के वरिष्ठ अधिकारी व जिलाधीश को सोशल मिडिया के माध्यम सेे दी है।

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