वारासिवनी लालबर्रा मार्ग स्थित ग्राम नेवरगांव वा. के प्रारंभ में बीती रात तेज बारिश और आंधी तूफान के कारण विशालकाय वृक्ष धराशाई हो गया। जिसके कारण विद्युत पोल टूट गया और बुरी तरह विद्युत व्यवस्था एवं आवागमन बाधित हो गया था जिस पर एमबीएल और एमपीईबी के द्वारा व्यवस्था को बहाल किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र में बीते २ दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है जिसके कारण नदी नाले उफान पर चल रहे हैं ऐसे में क्षेत्र से लगातार विभिन्न प्रकार की घटनाओं की जानकारी आ रही है। ऐसा ही एक घटना नगर के समीपस्थ ग्राम नेवरगांव वा. स्थित वारासिवनी लालबर्रा मार्ग पर घटित हो गई। जिसमें बरसात के कारण जमीन गीली होने से विशालकाय वृक्ष रोड पर धराशाई हो गया जिसके गिरने के साथ ही पास में स्थित विद्युत पोल भी वृक्ष की चपेट में आने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गया और विद्युत तार टूट गये। जिस कारण से आवागमन और विद्युत प्रवाह दोनों बाधित हो गया था। यह घटना करीब रात्रि २ बजे घटित हुई जिसकी सूचना पर तत्काल विद्युत विभाग घटनास्थल पर पहुंचा परंतु घटनास्थल पर अंधेरा होने के कारण कार्य नहीं किया जा सका। जिसके बाद सुबह राहत कार्य प्रारंभ किया गया जिसमें विद्युत विभाग के द्वारा लाइन बंद करवा कर कार्य प्रारंभ किया गया वही वारासिवनी लालबर्रा मार्ग निर्माण कंपनी एमबीएल ने घटनास्थल पर पहुंचकर पेड़ को काटकर बाधित आवागमन बहाल करवाया। विद्युत विभाग के द्वारा नया विद्युत पोल लगाकर विद्युत तार को जोड़ कर विद्युत प्रवाह बहाल किया गया। इस दौरान ग्रामीणों को करीब १२ घंटे अंधेरे में रहना पड़ा। जिसके कारण उन्हें कई प्रकार की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा जिस पर वह नाराज होते भी नजर आए।
नवीन पोल लगाकर विद्युत व्यवस्था की गई बहाल – जेई तुरकर
पद्मेश से चर्चा में एमबीईबी जेई राहुल तुरकर ने बताया कि रात्रि करीब २ बजे उन्हें सूचना मिली थी कि वारासिवनी लालबर्रा मार्ग स्थित ग्राम नेवरगांव वा के पास में बारिश के कारण पेड़ गिर गया है। जिससे विद्युत प्रवाह बंद हो गया है जिस पर घटनास्थल पर पहुंचकर तत्काल नगर की व नेवरगांव के आगे के ग्राम की विद्युत व्यवस्था बहाल की गई। श्री तुरकर ने बताया कि सुबह फिर कर्मचारियों की मदद से नया विद्युत पोल लगाकर विद्युत व्यवस्था बहाल की गई। वही रोड निर्माण कंपनी के द्वारा वृक्ष को काटकर हटाया गया जिसके बाद पूरी तरह व्यवस्था बहाल हो पाई है।