जिले के परसवाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लच्छीटोल में विद्युत सप्लाई सुधारने के लिए अस्थाई सहायक दिनेश पटले की दर्दनाक मौत हो गई। युवक विद्युत पोल पर ही कई घंटों चिपके रह गया और इस घटना के बाद वहां पर तनाव का माहौल बन गया और लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। शव रात्रि भर विद्युत खंभे पर ही चिपका रहा जिसे प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में दूसरे दिन सुबह 6 बजे बमुश्किल नीचे उतारा गया। 11 केवी की विद्युत तार पर हुए इस हादसे को लेकर विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आई है ।
जानकारी के अनुसार परसवाड़ा थाना अंतर्गत डोंगरिया क्षेत्र अंतर्गत होली की रात्रि में विद्युत सप्लाई अवरुद्ध हो गई थी, जिसके चलते क्षेत्र के लाइनमैन मुन्नू खरे द्वारा अस्थाई सहायक लाइनमेन दिनेश पटले को विद्युत प्रवाह सुधारने के लिए लच्छी टोला विद्युत पोल पर भेजा गया।
इस दौरान विद्युत फाल्ट को सुधारने के लिए सहायक दिनेश पटले खंभे पर चढ़ा और वह विद्युत फाल्ट सुधारने लगा। इसी दौरान किसी अन्य व्यक्ति द्वारा विद्युत सप्लाई को प्रारंभ कर दिया गया।
जिसके साथ ही खंभे पर चढ़ा युवक दिनेश पटले तार से चिपक गया और वह बुरी तरह झुलस गया। साथ ही युवक खंबे के ऊपर ही चिपक कर लटक गया।
घटना की जानकारी लगते ही लाईनमेन फरार हो गया। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल हो गया । जिसके चलते रात भर शव खंभे पर ही लटका रहा और प्रशासनिक अमला सूचना पर सुबह पहुंचे।
लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों को समझाइश दी लेकिन ग्रामीणों के बढ़ते तनाव के मद्देनजर जिला मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी कलेक्टर दीपक आर्य सहित अन्य प्रशासनिक अमला परसवाड़ा पहुंचा और मृतक के परिजन जनप्रतिनिधियों को मृतक के परिजनों को मुआवजा और इस घटना में लिप्त विद्युत मंडल के कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने दिए गए आश्वासन के बाद स्थिति को नियंत्रण में किए और मृतक दिनेश पटले की लाश पोस्टमार्टम करवाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया।