नगर के वार्ड नं.१ हिमाचल नगर में बन रही उत्कर्ष कालोनी में ३ मई की सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यह हादसा एक डंपर का हाईड्रोलिक सिस्टम ११ केव्ही विद्युत लाईन से टकरा जाने की वजह से हुआ जिसमें करंट लगने से मौके पर ही ड्रायवर की मौत हो गई वही डंपर में आग लग गई। इस आग को स्थानीय लोग व नपा के फायर ब्रिगेड की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद बुझाने में सफलता मिली मगर डंपर पूरी तरह से जल गया। इस घटना में लालबर्रा थाना अंर्तगत आने वाले कंजई निवासी राजू उर्फ नरेश परते उम्र ३५ वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। वही हेल्पर बाल बाल बच गया। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायमी कर मामले को जॉच में लिया वही शव को परिजन को सौंप दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक गिट्टी का डंपर बंडोल सिवनी से भरकर २ मई की रात्री में आ गया था। मगर जिसका डंपर है वो वारासिवनी निवासी है जिन्होने डंपर को खड़े कर उसे सुबह ३ मई को को खाली करने का आदेश दिया। जिसके बाद ड्रायवर व हेल्पर खाना खाकर सो गये। सुबह जब करीब १० बजे डंपर खाली करने वे उत्कर्ष कालोनी पहुॅचे तो हेल्पर साईड़ दिखाने का कार्य मौके स्थल पर कार्य कर रहा था। जैसे ही ड्रायवर ने लीवर उठाया वो ११ केव्ही विद्युत लाईन की चपेट में आ गया। जिससे डंपर पर करंट फैल गया और उ्रायवर राजू उर्फ नरेश परते की करंट लगने से मौत हो गई। वही डंपर में आग लग गई। जिसे स्थानीय लोगों ने देखा तो पानी की सहायता से इस आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया। मगर आग पर काबू नही पाये जिसके बाद स्थानीय जनों ने तुरंत नपा फायर ब्रिगेड को फोन लगाया जो तत्काल पहुॅची इस दौरान स्थानीय वाहन से ड्रायवर का शव विद्युत लाईन अवरूध्द कराने के बाद मौके से निकाला गया और उसे शासकीय सिविल अस्पताल लाया गया मगर मृतक ड्रायवर राजू उर्फ नरेश की मौत हो चुकी थी।
पद्मेश को जानकारी देते हुये स्थानीय निवासी नरेश दुबे ने पद्मेश को बताया कि यह विभत्स हादसा ३ मई की सुबह करीब १० बजे का है। जब वे अपने निवास स्थान पर सोये हुये थे तभी उनकी पत्नी ने चिल्लाकर उन्हे उठाया और घटना की जानकारी दी। वे मौके से मात्र ४० से ५० मीटर दूर रहते है। उन्होने जब नजारा देखा तो अन्य लोगों को आवाज लगाई वही विद्युत मंडल को फोन कर लाईन बंंद करने की बात कही। जैसे ही लाईन बंद हुई उन्होने अपने स्तर पर डंपर पर लगी आग को बुझाने का प्रयास किया इसी दौरान नपा का दमकल अमला पहुॅचा जिसने डंपर की आग पर काबू पाया उसके बाद भी टायरों में लगी आग रूक रूक कर भड़क रही थी। जिसे हम लोगो के द्वारा मोटर पंप की सहायता से काबू करने का प्रयास किया जा रहा है। श्री दुबे ने बताया कि सर्वप्रथम हम लोग ने ड्रायवर को उसकी सीट से उतारा मगर करंट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई थी। फिर भी हम लोगों ने जैसे तैसे उसे शासकीय सिविल अस्पताल पहुॅचाया है। जानकारी मिल रही है कि वो मृत हो चुका है वही हेल्पर जो नीचे साईड़ दिखा रहा था वो इस घटना में बाल बाल बच गया है।
मृतक के भाई सुरेश परते ने पद्मेश को बताया कि यह दो दिन से डंपर लेकर निकला था। वो मेरा छोटा भाई है जिसके दो बच्चे है हम लोग कंजई में निवास करते है। हमे घटना की जानकारी लगते ही हम लोग तुरंत वारासिवनी अस्पताल पहुॅचे जहां हमे यह जानकारी लगी की मेरा भाई स्वर्ग सिधार गया है। जिसका ही पीएम करवाने हम लोग पहुॅचे है। मृतक १० -१२ दिन से डंपर चला रहा था। हम घटना स्थल पर भी नही गये है। डंपर मालिक का फोन आया था कि तुम्हारा भाई उत्कर्ष कालोनी में गिट्टी खानी करने के दौरान घायल हो गया है। जिस पर हम उसे देखने आये तब पता चला की वो विद्युत करंट लगने से उसकी मौत हुई है।
इस मामले की जॉच कर रहे वारासिवनी थाना के एएसआई अरविंद घोरमारे ने पद्मेश को बताया कि डंपर में गिट्टी भरी हुई थी जिसे उत्कर्ष कालोनी में खाली करने ३ मई की सुबह आया हुआ था। जब वो गिट्टी खाली कर रहा था तो गिट्टी पलटने के लिये उसने डंपर के हाईड्रोलिक सिस्टम का उपयोग किया। इस दौरान उत्कर्ष कालोनी के ऊपर से निकली विद्युत लाईन की चपेट में डंपर की ट्राली आ गई और यह हादसा घटित हो गया जिसके कारण डंपर में आग लग गई वही ड्रायवर करंट की चपेट में आने से मृत हो गया। फिलहाल हमारे द्वारा मर्ग कायमी कर मामले की जॉच की जा रही है।