मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सभी कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना प्रदर्शन कर रहे है ताकि सरकार उनकी लंबित मांगों को पूरा कर सके। इसी क्रम में ६ अक्टूम्बर से म.प्र. विद्युत मंडल अभियंता संघ, फोरम फार पावर एम्पलाईज एवं इंजीनियर्स संघ के प्रांतीय आव्हान पर लालबर्रा के विद्युत विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारियों ने पावर हाउस में बैठकर विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के विरूध्द अनिश्चितकालीन हडताल शुरू कर दिये है यानि विद्युत विभाग के नियमित, संविदा, आऊटसोर्स एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी८ सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर चले गये है जिसके कारण बिजली से संबंधित कार्य जैसे नये कनेक्शन करना, रीडिंग लेना, राजस्व वसूली, आफिस कार्य व मैंटेनेस सहित अन्य कार्य प्रभावित हो चुका है। आपकों बता दे कि विद्युत विभाग के कर्मचारी काम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है ऐसी स्थिति में यदि किसी के घर की बिजली गुल हो जाती है या किसी क्षेत्र में बिजली की समस्या है तो वह भी जब तक इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त नहीं होगी तब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पायेगा और विद्युत उपभोक्ताओं को परेशानियों से जुझना पड़ेगा। साथ ही विद्युत विभाग के कर्मचारियों की इस अनिश्चितकालीन हड़ताल को बिजली विभाग के पेंशनर्स का भी समर्थन प्राप्त है और वे भी हड़ताल कर रहे है। विद्युत विभाग के पेंशनर्सों का कहना है कि विद्युत विभाग में प्राइवेटाइजेशन और टीबी सीबी तुरंत बंद किया जाये और पेंशनरों की पेंशन को सुरक्षित कर उसे ट्रेजरी के थ्रु दिया जाये व पेंशनरों का डीआर भी तुरंत रिलीज कर पुरानी पेंशन को बहाली किये जाने की मांग सरकार से की है। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि लंबे समय से ज्वाइंट वेंचर एवं टीबीसीबी वापस लेने, सातवें वेतनमान में ३ स्टार मैट्रिक्स विलोपित किये जाने, संविदा कर्मचारियों को नियमित, आऊटसोर्स कर्मचारियों की वेतन वृध्दि, पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर सरकार से लड़ाई लड़ते आ रहे है परन्तु सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है उसे पूरा नही कर रही है इसलिए म.प्र. विद्युत मंडल अभियंता संघ, फोरम फार पावर एम्पलाईज एवं इंजीनियर्स संघ के प्रांतीय आव्हान पर ६ अक्टूबर से पूरे प्रदेशभर के विद्युत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने कामबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिये है और जब तक हमारी जायज मांगे पूरी नही होगी यह हड़ताल निरंतर जारी रहेगी।