नगर मुख्यालय स्थित वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति में विगत कई दिनों से डीएपी, २०-२०-०-१३ एवं यूरिया खाद किसानों को नहीं मिल पा रहा है जिससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। साथ ही किसानों की धान रोपाई कार्य संपन्न होने के बाद उसमें खाद डालना अति आवश्यक है तभी वे फसल का उत्पादन अधिक ले सकते है परन्तु समिति से खाद नही मिलने से किसान बेहद परेशान नजर आ रहे है। वहीं वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा के द्वारा शासन-प्रशासन से डीएपी, २०-२०-०-१३, यूरिया सहित अन्य खाद १०००-१००० बैग भेजने की मांग की जाती है परन्तु मांग के अनुरूप खाद उपलब्ध नही होने से सभी किसानों को खाद नही मिलने से किसानों में वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति के कर्मचारियों के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। सोमवार को लालबर्रा वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा के द्वारा १६० बैग २०-२०-०-१३ खाद का वितरण किया गया। वहीं किसानों को समिति के माध्यम से खाद वितरण करने की जानकारी लगते ही समिति के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों किसान एक साथ पहुंंच गये परन्तु कुछ ही किसानों को खाद मिल पाया और करीब डेढ़ घंटे के अंदर ही कम स्टाक होने के कारण खाद खत्म हो गया। जिसके बाद जिन किसानों को खाद नही मिला वे आक्रोशित हो गये और समिति परिसर में हंगामा (हल्ला) करते हुए प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कर्मचारियों से कहा कि लंबे समय से हम लोग सोसायटी का चक्कर लगा रहे है परन्तु हमें खाद नही मिल रहा है, हमें जल्द खाद उपलब्ध करवाये। जिसके बाद वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा के कर्मचारियों ने आक्रोशित किसानों को समझाईश दी कि शासन स्तर से हमें १६० बैग २०-२०-०-१३ खाद मिला था जिसका वितरण किया गया है। आगे से खाद आते ही शेष किसानों को वितरित किये जायेगें और १०००-१००० बैग खाद की डिमांड शासन-प्रशासन को भेज दी गई है उक्त डिमांड के अनुसार खाद उपलब्ध हो जायेगा तो सभी किसानों को खाद का वितरण कर दिया जायेगा। जिसके बाद किसानों का आक्रोश शांत हुआ और जल्द मांग के अनुरूप खाद बुलाकर किसानों को वितरित करने की मांग की गई। वहीं जिन किसानों को खाद नही मिला है वे निराश होकर वापस लौट गये और उनमें शासन-प्रशासन के प्रति नाराजगी देखी गई।
आपकों बता दे कि लालबर्रा क्षेत्र में स्थित सेवा सहकारी समितियों से खाद नही मिलने से किसानों को खाद के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और सोसायटी में खाद नही मिलने के कारण किसानों को प्रायवेट से अधिक दामों में खाद खरीदना पड़ रहा है। वहीं लालबर्रा वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति के द्वारा १००० बैग खाद की डिमांड भेंजी गई थी लेकिन मांग के अनुरूप समिति को खाद न भेजकर महज १५० बैग खाद ही भेजा गया था एवं जैसे ही किसानों को जानकारी लगी कि सोसायटी में खाद आ चुकी है और वितरण भी किया जा रहा है तो खाद लेने के लिये सैकड़ों किसानों की सोसायटी में भीड़ लग गई और वितरण शुरू होने के डेढ़ घंटे के अंदर ही देखते-देखते पुरी खाद का वितरण हो गया और शेष किसानों को बिना खाद लिये ही वापस निराश होकर जाना पड़ा जिससे किसानों में शासन प्रशासन के प्रति आक्रोश देखने को भी मिला। वहीं किसानों ने प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बोलती है कि यह किसानों की सरकार है परन्तु किसानों को फसल में समय पर खाद डालने के लिए खाद उपलब्ध नही करवा पा रही है जिससे किसान परेशान है परन्तु किसी को किसानों की कोई चिंता नही है, सरकार को जल्द वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति लालबर्रा सहित अन्य समितियों में डीएपी, यूरिया, २०-२०-०-१३ सहित अन्य खाद उपलब्ध करवाना चाहिए ताकि किसान समिति से खाद ले जाकर फसल में छिंडकाव कर फसल उत्पादन अधिक लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके।