बालाघाट (पद्मेश न्यूज़)। वैनगंगा नदी के छोटे पुल से नदी में छलांग लगाने वाली छात्रा का तीसरे दिन भी सुराग नहीं लग पाया। छात्रा की खोजबीन के लिए तीसरे दिन भी होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ का अमला जुटा रहा। सुबह से शाम तक वैनगंगा नदी में चिचगांव घाट तक खोजबीन की जाती रही लेकिन छात्रा का कहीं पता चल नहीं पाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा द्वारा नदी में छलांग लगाने की यह घटना 29 जुलाई की दोपहर में करीब 1 बजे घटित हुई, छात्रा का नाम कुमारी रूचि पिता नंदकिशोर उइके उम्र 20 वर्ष है जो लुक्कूटोला ग्राम नरोड़ी वारासिवनी निवासी है। यह वारासिवनी कॉलेज की बीएससी द्वितीय वर्ष में पढ़ाई करती थी छात्रा द्वारा अपना बैग एवं मोबाइल पुल के ऊपर रखकर नदी में छलांग लगाई गई। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस द्वारा गोताखोरों के माध्यम से नदी में छात्रा की खोजबीन शुरू कर दिया गया था। छात्रा की खोजबीन होमगार्ड एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा रविवार की सुबह आमाघाट से 8:30 बजे चालू हुई, जो चिचगांव घाट तक दोपहर 2:30 बजे तक चली। उसके बाद जागपुर घाट से वापस आमाघाट पैदल सर्चिंग चली, जागपुर घाट तक यह सर्चिंग शाम 6:30 बजे तक चली जिसमें भी लड़की की बॉडी नहीं मिली।
शंका के हिसाब से हर जगह सर्चिंग की जा रही है – एएसआई
छात्रा की खोजबीन में जुटे होमगार्ड के एएसआई महेश उइके के द्वारा बताया गया कि परिजनों के द्वारा निरंतर जिस प्रकार से कहा जा रहा है कि उन्हें आशंका जिन घाटों में है वहां-वहां जाकर उनकी शंका के हिसाब से सर्चिंग की जा रही है किंतु अभी तक बॉडी नहीं मिली है वहीं इसकी जानकारी महाराष्ट्र प्रशासन को भी दे दी गई है। सोमवार की सुबह 8 बजे से पुन: सर्चिंग चालू की जाएगी।