शहर के प्रेमनगर स्थित गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को दीपावली मिलन सह स्नेह भोज का भव्य आयोजन किया गया। शक्तिपीठ के महेश खजांची व चारुदत्त जोशी ने बताया कि प्रयाज संकल्प यानि किसी भी महानुष्ठान, महायज्ञ के पूर्व तैयारियों को लेकर किए जाने वाले प्रयासों के तहत इस तरह के आयोजन किए जा रहे हैं। अगले वर्ष 2024 में संस्था गुरूदेव की प्रेरणा से राष्ट्र जागरण 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ विराट संस्कार महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस महायज्ञ में शहर के प्रत्येक परिवार का हर सदस्य शामिल होकर आहूतियां डाले इसको लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। आज मिलन समारोह के माध्यम से शहर के अच्छे कार्य करने वालों को आमंत्रित किया गया है। इसी तरह जिला स्तरीय प्रयाज संकल्प सामूहिक गायत्री महापुरश्चारन जप साधना का प्रथम चरण आश्विन नवरात्रि यानि 15 अक्टूबर 2024 से जिले के प्रत्येक गायत्री शक्तिपीठ, प्रज्ञापीठ एवं विकासखंड की प्रत्येक इकाई में प्रारंभ की जाएगी। वहीं विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा चुके हैं। कार्यक्रम के दौरान सभी अतिथियों ने अपने उद्बोधन भी दिए। वहीं महेश खजांची ने कहा कि संकल्प पत्र भरकर केवल एक लघु अनुष्ठान करके गायत्री की रिद्धि-सिद्धि प्रसिद्धि देने वाली महापुरश्चारन साधना का लाभ लीजिए। पूज्य गुरुदेव ने 24 साल में 24-24 लाख महापुरश्चारन संपन्न कर गायत्री परिवार की स्थापना की। जिसका विराट स्वरूप आज पूरी दुनिया में अनुभव किया जा रहा है। बालाघाट गायत्री परिवार पूज्य गुरुदेव की कृपा का पात्र है। हम में से हर परिजन को तो यह अनुष्ठान करना ही है। नए भाई बहिनों को भी गायत्री साधना के महत्व को बता के उनके संकल्प पत्र भरवाना है। 27 माला प्रतिदिन नव दिन में हर ब्लॉक में 100 -100 साधक एक साथ एक समयावधी में सामूहिक स्तर पर एक एक महापुरश्चारन संपन्न करेंगे। इस तरह जिले के दसों ब्लॉक में 10 महापुरश्चारन संपन्न होंगे। अंत में सामूहिक भोज का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में अतिथि के रूप में संत नर्मदाप्रसाद, पूर्व नपाध्यक्ष रमेश रंगलानी, मीना बेन चांवड़ा, कमलजीत सिंह छाबड़ा, लता एलकर के अलावा मुख्य प्रबंध ट्रस्टी डॉ चारूदत्त जोशी, महेश खजांची, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व गायत्री शक्तिपीठ से जुड़े यजमान शामिल हुए।