शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना सामूहिक कन्या विवाह को अधिकारी कर्मचारी पलीता लगाते नजर आ रहे है। मध्यप्रदेश शासन में इस योजना के तहत यह प्रावधान रखा था कि पूरे प्रदेश में जहां जहां सामूहिक विवाह का आयोजन होगा उनमे उनके भांजे भांजिया पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र लाकर पंजीयन कराकर अपने आपको शामिल कर सकते है। विवाह तो संपन्न हो गये और अधिकांशता जोड़े को ४९ हजार के चेक का वितरण भी हो गया मगर अब यह जोड़े विवाह प्रमाण पत्र के लिये इधर से उधर चक्कर काट रहे है। इसी तरह का एक मामला उस समय सामने आया जब किरनापुर तहसील के सारद सिवनी का एक जोड़ा १९ जून को कभी जनपद तो कभी नगर पालिका के चक्कर काटता हुआ दिखाई दिया।
किरनापुर के सारद सिवनी निवासी है – संदीप सहारे
इस संबंध में संदीप सहारे ने बताया कि वे किरनापुर तहसील के अंर्तगत आने वाले सारद सिवनी के निवासी है। जब उनका विवाह तय हुआ तो किरनापुर जनपद में सामूहिक विवाह हो चुका था। ऐसे में उन्होने वारासिवनी जनपद में २२ अप्रैल को सामूहिक विवाह में शादी की मगर अभी तक उन्हे विवाह प्रमाण पत्र नही मिल पाया है। उन्हे चेक तो मिल गया है मगर विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने भटकना पड़ रहा है। ऐसे में वे शपथ पत्र बनवाने आये है। जब विवाह प्रमाण पत्र के लिये जनपद पंचायत जाते है तो कहा जाता है कि नगर पालिका जाओ जहां उन्हे बताया गया कि शपथ पत्र लगेगा। ऐसे में हमने जब पूर्व समय ही अपने समस्त कागजात जमा कर दिये है तो फिर किस बात का शपथ पत्र। हम दोनो ही दफतर के चक्कर काट रहे है।
१ सप्ताह से लगातार आ रहे विवाह प्रमाण पत्र के लिये – शशिकला सहारे
इसी तरह श्रीमती शशिकला सहारे ने बताया कि एक सप्ताह से हम लोग लगातार विवाह प्रमाण पत्र के लिये आ रहे है। हम लोग किरनापुर के सारद सिवनी के निवासी है। हमारी शादी के समय किरनापुर जनपद पंचायत में सामूहिक विवाह संपन्न हो चुका था। ऐसे में हमे पता चला की वारासिवनी जनपद पंचायत में २२ अप्रैल को सामूहिक विवाह होगा ऐसे में हमने अपने पात्र कागजात जो सामूहिक विवाह में लगते है उन्हे देकर अपना पंजीयन कराया और हमारा विवाह संपन्न हो गया। मगर वर्तमान में हमे विवाह प्रमाण पत्र नही मिल रहा है। जिसकी वजह से से हमे नगर पालिका, जनपद सहित तहसील के चक्कर काटना पड़ रहा है। गर्मी का मौसम है ऐसे में इतनी दूर से हम लोग कई बार सिर्फ विवाह प्रमाण प्राप्त करने भटक रहे है।