सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई क्षेत्र में स्थित एक सरोवर के पास मादा भालू वह उसके दो शावकों का वीडियो सामने आया है। वीडियो में मादा भालू अपने दोनों शावकों को पीठ पर लेकर सरोवर तक आती नजर आ रही है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों व एसटीआर प्रबंधन ने इंटरनेट मीडिया पर इस नजारे को कमरे में कैद किया है। एसटीआर अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों भीषण गर्मी का दाैर चल रहा है। जंगल क्षेत्र में कई जगहों पर पानी की व्यवस्था की गई है। कई जहों पर प्राकृतिक जल स्त्रोत भी हैं। गर्मी के दौर में वन्य प्राणी जल स्रोतों पर आकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। भालू व उसके दोनों शावकों को कई दिनों से सरोवर के आसपास ही देखा जा रहा है। शहद व दीमक खाने के लिए भी भालू का परिवार अपनी मांद से निकलकर विचरण कर रहा है। यहां पर आने वाले पर्यटकों को भालू के साथ ही कई अन्य वन्य प्राणी भी नजर आ रहे हैं।
एसटीआर के क्षेत्र संचालक एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि भालू शर्मिला वन्यप्राणी होता है, लेकिन किसी भी तरह की आहट पाने पर आक्रमक भी हो जाता है। पर्यटकों को दूर से ही वन्य प्राणियों को देखने दिया जा रहा है। कई वन्यप्राणी जल सरोवर पर अपनी प्यास बुझाने के लिए आ रहे हैं। रविवार को मादा भालू का अपनी पीठ पर दोनो शावकों को बैठाकर जलसरोवर तक लाने का नजारा सामने आया है। मातृत्व दिवस के दिन मादा भालू व उसके दोनों शवकों का वीडियो काफी मार्मिक व आकर्षक है। इसे मातृ दिवस से भी जोड़ा जा रहा है। लोगों का कहना है कि इस तरह के का नजारा बहुत कम देखने को मिलता है। मातृ दिवस पर मादा भालू ने अपने शावकों को जिस तरीके से दौरा किया व पीठ पर लादकर पानी पिलाया वह एक अनूठा दृश्य है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों को इस तरह के नजारे आम तौर पर नजर नहीं आते हैं, लेकिन रविवार को जब मादा भालू दोनों शावक नजर आए तो पर्यटक भी रोमांचित हो गए। क्षेत्र संचालक के मुताबिक पिछले दिनों एक बाघ अपने परिवार के साथ सरोवर के किनारे नजर आया था।