नगर पालिका परिषद वारासिवनी के सामने स्थित पंचमुखी शिव मंदिर में 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव पार्वती विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान भोलेनाथ की बारात ढोल नगाड़ों की थाप पर मंडप में पहुंची जहां पर शिव पार्वती का विवाह विधि विधान से संपन्न कर मंगल गीत का गायन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर इस अवसर को देखकर धर्म लाभ अर्जित किया।
जागेश्वर शिव मंदिर से निकली शिव बारात
महाशिवरात्री पर्व की पावन अवसर पर नगर में स्थित जागेश्वर शिव मंदिर से शाम ६ बजे भगवान भोले शंकर की बारात शोभायात्रा के रूप में निकाली गई। जागेश्वर शिव मंदिर से निकली यह भगवान शिव की शोभायात्रा यानि बारात नगर के गोलीबारी चौक, राधाकृष्ण मिश्र ग्रंथालय, गांधी चौक, बाजार चौक होते हुए नेहरू चौक, जयस्तंभ चौक, आंबेडकर चौक, होते हुए पंचमुखी शिव मंदिर पहुॅची इस दौरान शिव भक्त जमकर नृत्य भी किये।
जीवंत झांकी रही आकर्षण का केंद्र
शिव बारात यानी शोभायात्रा में भगवान शिव की जीवन झांकी आकर्षण का केंद्र रही तो वही भगवान शिव के साथ भूत पिशाच और भगवान हनुमान जी की जीवंत झांकी भी इस शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र बनी रही। जहां पर शिव भक्तों के द्वारा जमकर भगवान शिव के गीतों पर नृत्य किया गया तो वही शस्त्र प्रदर्शन और आतिशबाजी प्रमुख रूप से की गई। जिसे देखने के लिए मार्गो और गलियों में लोगों की भीड़ उनके घरों के सामने लग गई और सभी इस शोभायात्रा यानी शिव बारात को देखकर काफी प्रसन्न चित्त नजर आये।
पंचमुखी शिव मंदिर में धूमधाम से हुआ विवाह
जागेश्वर शिव मंदिर से निकली भगवान शिव की शोभायात्रा यानी शिव बारात नगर में करीब 4 घंटे पूरे नगर का भ्रमण करने के बाद रात्रि में पंचमुखी शिव मंदिर पहुंची जहां पर बारातीयो का घराती के रूप में उपस्थित शिव भक्तों ने भव्य स्वागत किया गया। जिसके बाद पंडित जुगलकिशोर शर्मा ने विधि विधान से मंत्र उच्चारण पर विवाह लगाया जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती ने एक दूजे के गले में वरमाला डाल कर विवाह संपन्न किया। विवाह संपन्न होने के बाद सभी शिवभक्तों ने भोजन किया। इस दौरान आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया जिसमें भगवान शिव के मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी गई और विवाह के बाद बधाई गीत गाये गये।
विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि वारासिवनी में भगवान भोलेनाथ माता पार्वती का विवाह में इतनी बड़ी बारात और जन समुदाय को संभालना भोलेनाथ का ही काम है। समुद्र मंथन हुआ जिसमें से अमृत और विश दोनों निकले विश कोई पीने को तैयार नहीं जिसे महादेव ने पिया और अपने गले में धारण किया जिससे वह नीलकंठेश्वर कहलाये। श्री जायसवाल ने कहा कि विश की ऊष्मा इतनी ज्यादा थी कि उनके शरीर में गर्मी बढ़ रही थी जिसे वह शांत करने के लिए समुद्र में चले गये जिसके लिए सभी भगवानों में केवल भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया जाता है। क्योंकि गर्मी के समय प्यासे को यदि एक गिलास पानी पिलाओ तो वह मुंह से ना बोले मगर आत्मा से आशीर्वाद देता है उसी प्रकार भगवान शिव भी आशीर्वाद देते हैं। श्री जयसवाल ने कहा कि समाज में वर्तमान में भस्मासुर की संख्या बढ़ रही है और महादेव की संख्या कम हो रही है इसकी हमें चिंता करना चाहिए भोलेनाथ से तात्पर्य है उदारता रखने वाला बड़ा मन रखने वाला ऐसे लोग अब बहुत कम मिलते हैं।
जागेश्वर शिव मंदिर में हुआ विशाल भंडारे का आयोजन
जागेश्वर शिव मंदिर में शिव पार्वती विवाह के अगले दिन यानी 19 फरवरी को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें नगर सहित क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज करा कर भंडारा ग्रहण कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। विदित हो कि बीते कई वर्षों से जागेश्वर शिव मंदिर मैं शिव पार्वती विवाह की सभी रस्म अदा की जाती है जिसमें चार दिवसीय कार्यक्रम होता है जो महाशिवरात्रि के 2 दिन पहले चालू होता है और 1 दिन बाद खत्म होता है। ऐसे में वहां पर गुरुवार को भगवान भोलेनाथ को चंदन लगाया गया, शुक्रवार को हल्दी लगाई गई और शनिवार महाशिवरात्रि के दिन दूल्हा बनाकर विवाह संपन्न किया गया जिसके बाद रविवार को विवाह संपन्न होने की खुशी में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस प्रकार से बीते कई वर्षों से किया जा रहा है जो वर्तमान में भी जारी है।
यह बराती घराती हुए शामिल
इस शिव पार्वती विवाह कार्यक्रम में घराती और बराती के रूप में खनिज विकास निगम अध्यक्ष क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सरिता मनोज दांदरे उपाध्यक्ष श्रीमती प्रीति संतोष शिव, विक्की एडे, शैलेन्द्र तिवारी, डॉ. अमन खोसला, संदीप मिश्रा, मोनू लिमजे प्रवीण डोंगरे, पवन धुर्वे, श्रीमती डॉली एड़े, श्रीमती आंचल रेवेकर सहित नगर के गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधि सहित शिवभक्तों ने अपनी बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाई।