संक्रांति से कड़ाके की ठंड का एक दौर और:MP के 48 शहरों में न्यूनतम पारा 10 डिग्री से नीचे; पचमढ़ी से ठंडा नौगांव

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मध्यप्रदेश में नौगांव, पचमढ़ी से भी ठंडा रहा। सोमवार रात नौगांव (छतरपुर) में न्यूनतम पारा 2.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। पचमढ़ी में ये 4 डिग्री रहा। दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़त जरूर हुई है, लेकिन ठिठुरन अब भी जारी है। रातें सर्द हैं। प्रदेश के 4 शहरों को छोड़, बाकी 48 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से भी नीचे रहा। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में भी तापमान 10 से नीचे चल रहा है।

मध्यप्रदेश में मकर संक्रांति से कड़ाके की ठंड का एक और दौर आएगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में उत्तर भारत में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहुंच रहा है। यह स्ट्रॉन्ग है। इसके कारण दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा में बारिश हो सकती है। इससे उत्तर भारत के राज्यों में तेज ठंड पड़ने और पहाड़ों पर बर्फबारी होने के आसार हैं। इसका असर भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई शहरों में 14 जनवरी को दिखने लगेगा। दिन में कोहरा रहने और रात में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।

प्रदेश का ग्वालियर-चंबल अंचल कड़ाके की ठंड की जकड़न में है। कोहरे के कारण ट्रेनें 23 घंटे तक की देरी से आ रही हैं। कोहरे के कारण नर्मदापुरम में श्रद्धालुओं से भरी बस खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में 1 श्रद्धालु की मौत हो गई। शीतलहर के कारण प्याज की क्वालिटी पर असर पड़ा, तो खंडवा में व्यापारियों ने प्याज के रेट घटा दिए। इस हफ्ते प्याज के रेट 4 रु. तक कम हो गए।

बुंदेलखंड और बघेलखंड में भी जमा देने वाली ठंड पड़ रही। नौगांव (छतरपुर) में रात का पारा 0 से 1 डिग्री के बीच है। अगले तीन दिन तक इन इलाकों में इसी तरह ठंड पड़ने की संभावना है। अभी रात का तापमान पश्चिमी विक्षोभ के असर से लगातार बढ़ रहा है। सुबह घना कोहरा भी छा रहा है। धूप खिलने की वजह से अभी कोल्ड-डे से कुछ राहत जरूर है, लेकिन संक्रांति से यह ठंड फिर जोर पकड़ेगी।

ग्वालियर में 4 साल बाद ऐसी ठंड

ग्वालियर में जनवरी के 9 दिन में 6 दिन न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के नीचे रहा। ऐसा 4 साल बाद हुआ है, जब जनवरी के शुरुआत में लगातार 6 दिन न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के नीचे रहा हो। कोहरे के कारण दिल्ली से आने वाली ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। सोमवार को इस सीजन में पहली बार अप एंड डाउन की 38 ट्रेनें ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर आधा घंटे से लेकर 23 घंटे तक की देरी से पहुंचीं। अभी तक दो दर्जन ट्रेनें 11 घंटे तक देरी से चल रहीं थीं। इतना ही नहीं नई दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस पौने पांच घंटे, जबकि रानी कमलापति स्टेशन से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस 3 घंटे देरी से ग्वालियर पहुंची। बेंगलुरु और मुंबई से आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट लगभग 3 घंटे देरी से पहुंची। इसी तरह दिल्ली से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट आधा घंटे तक देरी से आई। इससे यात्री परेशान नजर आए।

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