कक्षा पांचवी व आठवीं के बच्चों को पास कराने की सालों पुरानी परंपरा को तोड़कर इस वर्ष कक्षा पांचवी व आठवीं के बच्चों की बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा का आयोजन राज्य शिक्षा केंद्र के द्वारा किया गया था। इस वार्षिक परीक्षा का परिणाम 15 मई को घोषित किया गया था। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जहां सर्वर की समस्या से एक से दो दिन विद्यार्थी परीक्षा परिणाम देख नहीं पाए थे। वहीं अब परिणाम में प्रोजेक्ट व आंतरिक मूल्याकंन के अंक न जोड़े जाने से जो विद्यार्थी एक या दो विषय में फेल हुए है। उनकी उत्तर पुस्तिका की पुन: जांच करने के आदेश राज्य शिक्षा केंद्रों ने सभी जिलों को दिए थे। जहां कॉपियों के मूल्यांकन का आज अंतिम दिन है। आज मंगलवार 30 मई को संपूर्ण कॉपियों का मूल्यांकन कर ऑनलाइन अंक राज्य शिक्षा केंद्र को भेजे जाएंगे और राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 3जून को संशोधित रिजल्ट जारी किया जाएगा।
ऐसे हुई चूक और बच्चो को आ गई पूरक
प्राप्त जानकारी के अनुसार वाषिक परीक्षा 60 अंको की हुई थी जिसमें 20 अंक प्रोजेक्ट व 20 अंक आंतरिक परीक्षा के जोड़ कर पूरे 100 अंक किए जाने थे। लेकिन बालाघाट सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कई स्थानों पर इन अंको को जोड़ा ही नहीं गया और नतीजन 60 अंको पर ही कई विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। जिसके चलते ही ये चूक का पता चलने पर राज्य शिक्षा केंद्र ऐसे विद्याथी जो एक या दो विषय में फेल हुए है उनके आवेदन लिए बिना ही उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की पुन: जांच करवा रहा है। यह जांच 30 मई तक चलेगी और तीन जून को पुन: परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। जिसमें फेल विद्यार्थी के अंक बढ़ने पर उसके परीक्षा परिणाम में सुधार कर उन्हें पास किया जाएगा।
फेल हुए तो भी मिलेगा मौका
कक्षा पांचवी व आठवी के मूल्याकंन पूर्ण होने व परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जो विद्यार्थी फेल होंगे उन्हें भी पास होने का मौका दिया जाएगा। फेल हुए इन विद्यार्थियों को स्कूल विशेष तौर पर कोचिंग देकर परीक्षा देने के लिए दक्ष करेगा। जिसके बाद पुन: जून माह के अंतिम में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।बता दें कि उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने का कार्य जिन केंद्र व शिक्षकों ने किया था वहीं शिक्षक व केंद्र पुन: मूल्याकंन का कार्य भी कर रहे है।
कई बच्चों के रिजल्ट में हो सकता है सुधार
आपको बताए गए कि इस वर्ष कक्षा 5वी वार्षिक परीक्षा में बालाघाट जिले के 25 हजार 705 विद्यार्थी शासकीय व अशासकीय स्कूलों में शामिल हुए थे। जिनमे से 23 हजार 86 विद्यार्थी पास हुए है जबकि 02 हजार 619 विद्यार्थी फेल हुए या फिर उन्हें सेप्लीमेंट्री आई थी। इसी प्रकार शासकीय व अशासकीय स्कूलों के कक्षा आठवीं के 24 हजार 804 विद्यार्थियों ने वार्षिक परीक्षा दी है जहां 15 मई सोमवार को वार्षिक परिणाम घोषित होने पर 20 हजार 127 विद्यार्थी पास हुए है। वहीं 04 हजार 677 विद्यार्थी फेल हुए थे या फिर उन्हें सप्लीमेंट्री आई थी।
कई जगह प्रोजेक्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंक नहीं जुड़ पाए थे –
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान जिला शिक्षा केंद्र एपीसी विवेक गुप्ता ने बताया कि कक्षा पांचवी व आठवीं के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जो विद्यार्थी एक या दो विषय में फेल हुए है। उनके आवेदन किए बिना ही राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशानुसार उत्तर पुस्तिकाओं का पुन मूल्याकंन किया जा रहा है जो 30 मई तक किया जाएगा। जिसका परिणाम तीन जून को घोषित किया जाएगा। इस परिणाम में पास होने वाले विद्यार्थियों के रिजल्ट में सुधार किया जाएगा और जो विद्यार्थी फेल होंगे उनके लिए स्कूलों में कोचिंग लगाकर उन्हें दक्ष किया जाएगा। बालाघाट सहित प्रदेश में 60 अंक की परीक्षा हुई थी जिसमें 20 अंक प्रोजेक्ट के व 20 अक आंतरिक मूल्याकंन के जोड़े जाने थे लेकिन कई जगह ये अंक जुड़ नहीं पाए है।
जल्द संशोधित परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे- धनराजू एस
वहीं इस पूरे मामले को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र संचालक धनराजू एस का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने उक्त गलती को स्वीकारते हुए बताया कि कई जिलों के रिजल्ट शून्य व कई जिलों में प्रोजेक्ट व आंतरिक परीक्षा के नंबर नहीं जोड़े जाने से संबंधित शिकायत मिली है।राज्य शिक्षा केंद्र में जांच की जा रही है। रिजल्ट में संशोधन होगा व मूल्याकंन के बाद परिणाम घोषित होंगे।