वारासिवनी थाना अंतर्गत ग्राम कायदी के जोड़ापाट स्थित पहाड़ी से 29 अक्टूबर की सुबह पुलिस के द्वारा अज्ञात शव बरामद किया गया। जिसकी सूचना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई और लोगों की भीड़ शव को देखने के लिए पहुंचने लगी। जिस पर पुलिस के द्वारा अज्ञात शव की जांच एफएसएल टीम से करवाकर मौके से वारासिवनी पोस्टमार्टम गृह में लाया गया। जहां पर संदिग्ध लापता व्यक्तियों से पूछताछ कराई गई जिसमें उसकी शिनाख्त 30 सितंबर को लापता हुए कृष्णा बिसेन के रूप में की गई। जिस पर पुलिस के द्वारा आवश्यक पंचनामा कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्टम का परिजनों को सौंप दिया गया।
30 सितंबर से लापता था कृष्णा
यहां यह बताना लाजिमी है कि कृष्णा पिता लिवराम बिसेन उम्र 20 वर्ष स्थाई रूप से कलमना नागपुर महाराष्ट्र का रहने वाला है जो बालाघाट के ग्राम गर्रा में निवास कर आईटीआई की पढ़ाई कर रहा था साथ ही कामठी मोटर्स में कार्य करता था। जो गर्रा में देशमुख लाइनमैन के घर किराया से अमन बिसेन के साथ रहता था वह 30 सितंबर को अचानक किसी को बिना बताए कहीं चले गया था। जिस पर उसके मामा के द्वारा वारासिवनी थाने में कृष्णा बिसेन की गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी इसके बाद से उसकी पता साजी परिवार और पुलिस दोनों के द्वारा की जा रही थी परंतु कहीं भी उसका पता नहीं लगा। ऐसे में 2 अक्टूबर को गोबरवाही थाना महाराष्ट्र पुलिस के द्वारा अज्ञात वाहन मिलने की सूचना मृतक के मामा को दी गई जिस पर परिवार के द्वारा थाने में पहुंचकर जानकारी ली गई तो कृष्णा बिसेन की मोटरसाइकिल पुलिस को बावनथड़ी नदी के पुल पर चाबी लगी हुई लावारिस अवस्था में मिली थी। जिसमें परिवार के द्वारा वहां दस्तावेज देकर वाहन को सुपुर्द लिया गया।
कायदी में जनचर्चा का बना हुआ था विषय
गैरतलब है कि पुलिस के द्वारा जो 100 बरामद किया गया है वह संभावित एक महीने पुराना है ऐसे में उसकी दुर्गंध से ग्रामीण परेशान थे जिसकी सूचना उनके द्वारा पुलिस प्रशासन को दी गई थी। जिस पर वारासिवनी पुलिस और फॉरेस्ट डिपार्मेंट के द्वारा पहाड़ी पर सर्चिंग की गई परंतु कहीं कुछ नहीं मिला जिसमें पुलिस और फॉरेस्ट दोनों के द्वारा करीब 3 से 4 बार सर्चिंग की गई है परंतु इसमें कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया था। परंतु 29 अक्टूबर की सुबह ग्राम के कुछ लोग पहाड़ी की ओर लकड़ी लाने के लिए गए हुए थे जिन्हें एक व्यक्ति का शव बेहद बुरी स्थिति में पड़ा मिला जिन्होंने पुलिस को सूचना दी जिस पर पुलिस के द्वारा मौके से शव बरामद कर उसके जेब से दस्तावेज जप्त किए गए जिसके माध्यम से परिवारजनों से संपर्क किया गया। जिसमें पता चला कि वह वारासिवनी थाने में गुम इंसान दर्ज कृष्णा बिसेन का शव है जिसमें पुलिस के द्वारा आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
एफएसएल टीम ने बारीकी से की जांच
वारासिवनी पुलिस अज्ञात शव की सूचना पर जोड़ापाट पहुंची जहां पहाड़ी में करीब 500 मीटर अंदर जाने के बाद एक व्यक्ति उल्टा जमीन पर लेटा हुआ दिखाई दिया जिसके कमर के नीचे का भाग पैर के दो पंजे स्पष्ट समझ आ रहे थे बाकी कमर के ऊपर का भाग पूरा गल चुका था। जिसके हाथ और सर गायब था परंतु पुलिस के द्वारा उक्त स्थान पर बारीकी से जांच की गई तो शव से करीब 50 मीटर दूर सिर प्राप्त हुआ जो कंकाल बन चुका था वही उसके पास में शराब वह पानी की खाली बोतल बैग टैबलेट का कवर चप्पल सभी बिखरी पड़ी हुई थी। जिसकी जांच करने के बाद पुलिस के द्वारा एफएसएल टीम को बुलाया गया जिस पर फोटोग्राफर लोकेश चौकसे और वैज्ञानिक मौके पर पहुंचे जिन्होंने बारीकी से हर एक चीज की जांच कर आवश्यक सैंपल लिए गए वहीं हर एंगल से शव की फोटो ली गई।
सीसीटीवी कैमरे से मित्रों का पता चला
वारासिवनी थाने में गुम इंसान दर्ज होने के बाद पुलिस के द्वारा युवक की पताशाजी के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। जिसमें गर्रा स्थित सीसीटीवी कैमरे में पता चला कि मृतक कृष्णा बिसेन अपने मित्र सावंगी निवासी रोहित राणा और भण्डारबोडी निवासी टालेंद्र कटरे के साथ मोटरसाइकिल से 30 सितंबर को गर्रा चौक से वारासिवनी रोड के तरफ मोटरसाइकिल से गया हुआ था। इसके बाद साइबर ने तीनों की अंतिम लोकेशन कायदी जोड़ापाट की बताई। वही गोबरवाही थाना अंतर्गत बावनथड़ी पुल पर भी सीसीटीवी कैमरे में रोहित राणा कृष्ण बिसेन की मोटरसाइकिल को लावारिस हालत में छोड़कर दूसरे वाहन से वापस हुआ यह घटना भी सीसीटीवी में कमरे में कैद हो गई। जिससे कृष्ण के साथ दो युवक की जानकारी मिली जो वर्तमान में फरार बताए जा रहे हैं वहीं परिवार के लोगों के द्वारा कृष्ण के मित्रों पर हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है।
मृतक के मामा दिनेश पटले ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वह मानेगांव भरवेली रहते हैं मृतक उनका भांजा कृष्णा बिसेन है जिसकी पहचान उसके पास मिले दस्तावेज के आधार पर हुई है। 1 अक्टूबर को उनके द्वारा गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाई गई थी इसके पहले उनका भांजा रोहित राणा टालेंद्र कटरे के मामा की दुर्घटना होने पर भांजे के रूममेट ने बताया था कि वह टिफिन लेकर गया हुआ था। उसके बाद 30 सितंबर को यह तीनों गर्रा चौक से वारासिवनी की तरफ आये यह सीसीटीवी में हमने देखे हैं और इन तीनों की लास्ट लोकेशन कायदी स्टोन क्रेशर दिखाया है जहां तीनों ने एक साथ मोबाइल को बंद करा था। हमें पहले से ही शक था कि इन्होंने हमारे भांजे के साथ कुछ किया है जिसकी सूचना हमने थाने में दी थी पर पुलिस नहीं मानी परंतु रोहित राणा के पिता और भाई को पुलिस ने लेकर आई थी जिन्होंने रोहित से बात कर बताया कि उसके द्वारा कृष्ण की गाड़ी को छोड़ गया था। हमें लगता है कि इन्होंने षड्यंत्र कर हमारे भांजे की हत्या करी है।
मामा चंद्रेश पटले ने बताया कि हमारा भांजा 30 सितंबर से लापता था जिसकी पतासाजी हम कर रहे थे तभी 2 अक्टूबर को गोबरवाहीं थाने का फोन आया की कृष्ण की गाड़ी वहां पर है। जिस पर हमने सीसीटीवी देखा तो उसमें एक लड़का 1 अक्टूबर की सुबह 7:49 पर गाड़ी बावनथड़ी घाट पर छोड़ दिया जो 8:39 पर वापस हो गया जो रोहित राणा सावंगी निवासी था वह भी फरार है। अब किस कारण से इन्होंने हत्या करी वह हमें पता नहीं है वही लोग कारण बताएंगे इन्होंने गाड़ी में चाबी लगी हुई छोड़ दी थी। कृष्ण का पर्स में फोटो और दस्तावेज सहित उसका बैग कपड़े से हमारे द्वारा पहचान की गई है।
एसडीओपी अभिषेक चौधरी ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि फोन पर हमें सूचना मिली थी की कायदी जोड़ापाट की पहाड़ी पर अज्ञात शव मिला हुआ है उक्त सूचना पर हम मौके पर पहुंचे हैं। जहां शव बरामद कर एफएसएल टीम के माध्यम से बारीकी से जांच करवाई गई है और पर्याप्त फोटोग्राफ्स लेकर अब जांच की जा रही है। बॉडी कितनी पुरानी है यह कहना संभव नहीं है जिसमें कमर के नीचे का भाग थोड़ा ठीक स्थिति में है और ऊपर में शरीर बुरी तरह खराब हो गया है वहीं कुछ चीज गायब है जिसकी जांच कर रहे हैं।