वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर के कृषि उपज मंडी के प्रांगण में संस्कार भारती के तत्वावधान में 10 नवंबर को पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान रंगोली मंगल कलश सजा राधा कृष्ण रूप सजा के प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम श्रीरंग देवरस के मुख्य आतिथ्य तोमेश्वर राहंगडाले की अध्यक्षता एवं संजय कासल संजय रूसिया अजीत जैन उमेश नगपुरे प्रणय श्रीवास्तव निर्दोष मॉडल पंचम हनवत सुरेंद्र बिसेन सुरेश सिंघई योगेश कटारे सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें उपस्थित जनों के द्वारा सर्वप्रथम भारत माता के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात समस्त लोगों को तिलक वंदन कर सामूहिक गीत का गायन कर सरस्वती वंदना के बाद कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। जिसमें उपस्थित बालक बालिकाओं महिलाओं के द्वारा शानदार मनमोहन नृत्य गीत एवं कविता पाठ की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद पुरस्कार वितरण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया जिसमें उपस्थित अतिथियों के हंसते रंगोली प्रतियोगिता में श्रेणी क में प्रथम मौली कन्नौजे द्वितीय शांभवी मांधाता तृतीय भावना सोलंकी सांत्वना तन्वी हरिद्वाज रिशिका भोयर श्रेणी ख में प्रथम कनक कटरे द्वितीय लेषांशी कुशराम को तृतीय अंशु पटले सांत्वना श्रद्धा राउत हिमांशु नेवारे श्रेणी ग में प्रथम योगेंद्र मात्रे द्वितीय रिशांत लिमजे तृतीय सीमा उपलपवार सांत्वना पूनम मानकर उज्ज्वल शिन्द्रे ने को सम्मानित किया गया। जिसमे प्रथम को १५०० रुपये ,द्वितीय को ११०० रुपये एवं तृतीय को ७०० रुपये की नगद राशि आकर्षक स्मृति चिन्ह प्रमाण पत्र से सम्मानित करते हुए सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया गया। वही रंगोली प्रतियोगिता के साथ ही मंगल कलश सज्जा प्रतियोगिता श्री राधा कृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता के पुरस्कार भी सभी प्रतियोगियों को वितरित किया गया। इस दौरान उपस्थितजनों के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा गया कि रंगोली हमारी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है इस प्रकार की प्रतियोगिता सामाजिक या सार्वजनिक स्तर पर की जाती रहनी चाहिए इसके माध्यम से बच्चों की प्रतिभाएं उभर कर आती है। हालांकि इस संस्था का काम प्रतिभा को मंच प्रदान करना है जो बीते करीब 14 वर्षों से लगातार किया जा रहा है। यह रंगोली प्रतियोगिता जिला स्तर पर वारासिवनी में आयोजित होती है जिसमें देखने मिलता है की तरह-तरह की रंगोलिया प्रतिभागियों के द्वारा उकेरी जाती है। इस प्रकार के आयोजन सतत होते रहने चाहिए ताकि लोगों को मंच प्राप्त हो सके। इस अवसर पर संस्कार भारती के पदाधिकारी सदस्य सहित गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।