वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। सर्व समाज एवं व्यापारी परिवार के संयुक्त आव्हान पर २६ अप्रैल को वारासिवनी नगर पूर्णत: पूरे दिवस बंद रहा। यह बंद पूरी तरह सफ ल नजर आया जिसमें लोगों के द्वारा अपने प्रतिष्ठान दुकान व्यापार को पूरे दिन के लिए बंद रखा गया। नगर के चारों तरफ सन्नाटा फैला रहा यह बंद पहलगाम हत्याकांड एवं आतंकी वारदात को लेकर किया गया था। जिसमें समस्त धर्म समाज वर्ग के द्वारा भरपूर सहयोग दिया वहीं अति आवश्यक सेवा को छोडक़र पूरा शहर बंद रहा। सडक़ों पर कुछ वाहन से आवागमन करते लोग नजर आयें।
आतंकी घटना का किया विरोध
देश के जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम स्थित पर्यटन घाटी में २२ अप्रैल की दोपहर २.४५ बजे आतंकवादियों के द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी कर अपनी छुट्टी मनाने जम्मू कश्मीर गए सैलानियों को धर्म पूछ कर हिंदू होने पर पुरुषों को महिलाओं और बच्चों के सामने मार दिया गया। इसके विरोध में २६ अप्रैल को बालाघाट जिले के साथ वारासिवनी भी बंद का आह्वान किया गया था जहां सुबह से लोगों के द्वारा अपने प्रतिष्ठान बंद रखे गए। केवल अति आवश्यक वस्तु में दूध और ब्रेड की दुकान मेडिकल बस सेवा प्रारंभ रही जिसमें डेरी भी ११ के बाद बंद हो गई। इस दौरान सुबह नगर वासियों के द्वारा बाइक रैली के माध्यम से नगर का भ्रमण कर लोगों से प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की गई। हालांकि किसी के द्वारा दुकान खोली नहीं गई वहीं लाउडस्पीकर के माध्यम से पूरे दिन बंद का ऐलान किया जाता रहा।
आक्रोश रैली का हुआ आयोजन
पहलगाम घटना से लोगों में व्याप्त आक्रोश को दिखाने के लिए शाम ५ बजे आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान श्री राम मंदिर में नगरवासी एकत्रित हुए जहां से आक्रोश रैली निकाली गई। जो नगर के नगर पालिका ,गोलीबारी चौक ,अंाबेडकर चौक ,नेहरू चौक ,जय स्तंभ चौक ,सब्जी बाजार सहित अन्य चौक चौराहा एवं गलियों का भ्रमण करते हुए जय स्तंभ चौक पहुंची। इस दौरान लाउडस्पीकर के माध्यम से पाकिस्तान मुर्दाबाद ,आतंकवाद मुर्दाबाद जैसे नारेबाजी की जाती रही जहाँ बड़ी संख्या में लोग नारेबाजी करते रहे।
श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन
जय स्तंभ चौक पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह सभा सर्व समाज सर्व दल की उपस्थिति में प्रारंभ की गई। जिसमें उपस्थित समाज के अध्यक्ष समाज के प्रतिनिधि जनप्रतिनिधि एवं नागरिकों के द्वारा घटना पर प्रकाश डालते हुए सरकार की चूक सरकार के निर्णय और आगामी समय में होने वाले कठोर निर्णय की संभावना व्यक्त करते हुए घटना की निंदा की गई। वहीं घटना की पुर्नवृत्ति ना हो इसको लेकर शासन प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।