शासन के निर्देश पर गत २८ नवंबर से लालबर्रा विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली सेवा सहकारी समितियों में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जा रही है और खरीदी गई धान का परिवहन भी प्रारंभ हो चुका है परन्तु समितियों के द्वारा जो धान खरीदी की जा रही है उसके परिवहन के दौरान वजन में ट्रक चालक हेराफेरी कर रहे है जिससे समितियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। उक्त कार्य ट्रांसपोर्ट के चालकों के द्वारा किया जा रहा है जिनके द्वारा चालाकी से धानों की चोरी की जा रही है और समितियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला १७ दिसंबर को करीब शाम ६ बजे नगर मुख्यालय के सिवनी मार्ग स्थित धर्मकाटा में सामने आया जब धान का परिवहन के लिए जा रहे खाली ट्रक का वजन धर्म कांटे में करवाया जा रहा था इसी दौरान उक्त स्थान पर उपस्थित जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक लालबर्रा के पर्यवेक्षक डीके लिल्हारे, सेवा सहकारी समिति प्रबंधक एमपी ठाकरे व अन्य कर्मचारियों के द्वारा करवाया खाली ट्रक की तलाशी की गई तो देखा कि ट्रक चालक के द्वारा ट्रक में केन में पानी भरकर रखा गया है जिसका वजन किया गया तो ७० किग्रा. था। इस तरह ट्रक चालक धान परिवहन करते समय हेराफेरा (गोलमाल) कर धान की चोरी कर रहे है जिसका नुकसान समितियों को भरना पड़ता है। ट्रक में केन के अंदर ७० किग्रा. पानी मिलने की जानकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक लालबर्रा पर्यवेक्षक डीके लिल्हारे व प्रबंधक एमपी ठाकरे ने अपने उच्चाधिकारियों को दी और इस तरह की हेराफेरी करने वाले ट्रांसपोर्ट चालक व उनके मालिकों पर उचित कार्यवाही करने की मांग की है ताकि परिवहन के दौरान धान की जो चोरी ट्रक चालक कर रहे है उस पर अंकुश लग सके।
धान का वजन कम व खराब होने पर नुकसान समिति से वसूला जाता है
आपकों बता दे कि सेवा सहकारी समितियों के द्वारा किसानों की खरीफ सीजन की धान फसल को समर्थन मूल्य में प्रतिवर्ष खरीदा जाता है और खरीदी गई धान का कांटा व ऑनलाईन एन्ट्री होने के बाद शासन के द्वारा ट्रांसपोर्ट के माध्यम से परिवहन करवाया जाता है परन्तु परिवहन लेट होने, खराब बारदाने में खरीदी करने एवं बारिश होने पर धान गीली हो जाती है जिससे जो नुकसान होता है व धान का वजन कम होने पर शासन-प्रशासन के द्वारा धान खरीदी प्रभारियों व समितियों से राशि वसूल की जाती है जिससे सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक व कर्मचारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है जिससे वे मानसिक रूप से परेशान रहते है। परिवहन के दौरान ट्रक चालक धान की चोरी करते है जिसका खामयाजा समितियों को भुगतना पड़ता है इस तरह शनिवार को परिवहन के लिए जा रहे ट्रक में ७० किग्रा. पानी केन में भरा हुआ मिला है जिसका वजन करने के बाद समितियों में धान लेने जा रहा था ट्रक, अगर समय पर ट्रक की तलाश नही की जाती तो उक्त ट्रक चालक ७० किग्रा. पानी के बदले में दो बोरी धान यानि करीब ७० किग्रा. धान की चोरी कर लेता।