महात्मा ज्योतिबा फुले की १९६ वी जयंती ११ अप्रैल को समारोह पूर्वक मनाई गई। यह जयंती कार्यक्रम मरार माली समाज ब्लॉक वारासिवनी के तत्वाधान में आयोजित हुआ जिसमें विधायक प्रदीप जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सरिता मनोज दांदरे सहित समाज के वरिष्ठ जन उपस्थित हुये। नगर के एसएसपी कॉलेज चौक पर स्थित त्योतिबा फुले की आदमकद प्रतिमा पर सर्वप्रथम माल्र्यापण कर इस जयंती समारोह का शुभारंभ किया गया। विधायक जायसवाल सहित सभी सामाजिक बंधुओ ने समरसता के प्रेरणा जनक राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर माल्र्यापण कर उनके बताये हुये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
माता सावित्री बाई फुले की भी लगेगी प्रतिमा – विधायक जायसवाल
पद्मेश को जानकारी देते हुये खनिज विकास निगम अध्यक्ष क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले व उनकी धर्म पत्नी सावित्री फुले ने सर्वप्रथम शिक्षा की अलख जगाई थी। श्री फुले समरसता व शिक्षा के जनक भी कहलाये जाते है। आज इन महापुरूष की जयंती के अवसर पर आकर वे गौरान्वित महसूस कर रहे है। जब हमारे देश में महिलाओं की शिक्षा को वर्जित माना जाता था उस समय श्री फुले व उनकी पत्नी ने शिक्षा की जोत जलाने का कार्य किया और लोगों को शिक्षा के प्रति आकर्षित किया। ऐसे महापुरूष हमारे देश में ही जन्म लेते है। उन्होने कहा कि श्री फुले ने जाति धर्म, छुआ छूत जैसे समाज में फैली कुरीतियों को भी मिटाया ताकि सबको सम्मान मिले। विधायक श्री जायसवाल ने कहा कि आगामी समय में माता सावित्री बाई फुले की प्रतिमा की स्थापना भी की जायेगी। समाज की और से जो मांग रखी गई है उसे शीघ्र ही अमलीजामा पहनाया जायेगा।
सामाििजक बंधुओ की उपस्थिति में मनाई गई जयंती – अशोक
इसी तरह मरार माली समाज के ब्लॉक अध्यक्ष वारासिवनी अशोक मरार ने पद्मेश को बताया कि ११ अप्रैल को प्रेरणा स्त्रोत समरसता के प्रतीक राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती समारोह पूर्वक मनाई जा रही है। सर्वप्रथम हम सभी सामाजिक बंधुओ ने कॉलेज चौक स्थित ज्योतिबा फुले की आदमकद प्रतिमा पर माल्र्यापण किया और सभी लोग लालबर्रा रोड़ वार्ड नं.६ स्थित मरार माली समाज भवन में मंचीय कार्यक्रम कर रहे है।
बाईक रैली निकालकर किया नगर भ्रमण
श्री मरार ने बताया कि कॉलेज चौक से हम लोगों ने बाईक रैली भी निकाली जो नगर के प्रमुख चौराहो का भ्रमण कर समाज के भवन में पहुॅची है। जहां महात्मा ज्योतिबा फुले से संबंधित रंगोली बनाकर उनके व्यक्तिव को दर्शाया जा रहा है। साथ ही इसके बाद श्री फुले से संबंधित ही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। वही मंचीय कार्यक्रम जिसमें सामाजिक बंधुओं द्वारा उनके जीवन पर प्रकाश डाला जायेगा। अंत में स्वल्पाहार का कार्यक्रम होगा।