नगर मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत बल्हारपुर में ३३ ग्रामों के किसानों की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। यह बैठक सर्राटी जलाशय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व किसानों की उपस्थिति में प्रारंभ हुई। आयोजित बैठक में किसानों ने कहा कि खरीफ सीजन में धान की फसल लगने वाली है परन्तु नहर का सीमेन्टीकरण लाईनिंग कार्य अधुरा कर ठेकेदार ने निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है एवं नहरों के नीचे से बने डीसी को भी तोड़ दिया गया है अगर सर्राटी जलाशय माइनर नहर में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है तो खेतों तक नही पहुंच पायेगा जिससे हजारों हेक्टेयर खेती में लगने वाली धान की फसल प्रभावित हो जायेगी और निर्माण कार्य भीग गुणवत्तापूर्ण नही किया गया है जिससे निर्माण एजेंसी के प्रति आक्रोश व्याप्त है। जल्द ही क्षतिग्रस्त डीसी का निर्माण नही किया गया तो किसानों के द्वारा आंदोलन करने की बात कही गई। बैठक संपन्न होने के बाद सैकड़ों किसान सर्राटी जलाशय माईनर नहर के निर्माण स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे जहां उन्होने देखा कि निर्माण कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य में अनियमितता बरती गई है एवं अधुरा निर्माण कर कार्य बंद कर दिया गया है जिस पर क्षेत्रीय किसानों ने नाराजगी भी व्यक्त की है। किसानों ने बताया कि सर्राटी जलाशय माइनर नहर से खमरिया क्षेत्र तक करीब ३३ ग्रामों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है परन्तु नहर पूरी तरह से जीर्णशीर्ण होने के कारण किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंच पाता था। नहर का सीमेन्टीकरण निर्माण की मांग की गई थी जिसके बाद शासन के द्वारा करोड़ों रूपये नहर का लाईनिंग कार्य के लिए स्वीकृत किया गया है और निर्माण कार्य किया जा रहा है परन्तु वह कार्य में गुणवत्तापूर्ण नही किया जा रहा है और ठेकेदार के द्वारा अधुरा कार्य कर छोड़ दिया गया है ऐसी स्थिति में खरीफ धान की फसल में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा जिससे क्षेत्रीय किसान चिंतित है इसलिए हमारी मांग है कि निर्माण कंपनी के द्वारा नहर के डीसी भाग जिससे तोड़ दिया गया है उसका पहले निर्माण कार्य करें और खरीफ धान की फसल में सिंचाई के लिए पानी प्रदाय किया गया और फसल पकने के बाद पुन: सीमेंन्टीकरण लाईनिंग का कार्य किया जाये, ऐसा नही किया जाता है तो किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने बाध्य होगें।










































