सर्राटी जलाशय संघर्ष समिति की हुई बैठक

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नगर मुख्यालय स्थित विश्राम गृह में ४ जुलाई को सर्राटी जलाशय संघर्ष समिति टेकाड़ी ला. की बैठक संपन्न हुई। यह बैठक सर्राटी जलाशय संघर्ष समिति टेकाड़ी ला. अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य डुलेन्द्र ठाकरे सहित अन्य पदाधिकारी एवं किसानों की उपस्थिति में प्रारंभ हुई। आयोजित बैठक में सर्राटी जलाशय के माईनर नहर का सीमेन्टीकरण निर्माण कार्य बंद हो जाने, माईनर नहर के कैनालों का पहले निर्माण कार्य करवाये जाने सहित अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की गई और ३३ ग्रामों के किसानों की वृहद स्तर पर ५ जुलाई को बैठक आयोजित किये जाने की रूपरेखा भी तैयार की गई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने बताया कि सर्राटी जलाशय संघर्ष समिति के द्वारा लंबे समय से जीर्णशीर्ण हो चुके सर्राटी जलाशय माईनर नहर खमरिया का सीमेन्टीकरण किये जाने मांग को लेकर लड़ाई लडऩे के बाद शासन के द्वारा लाईनिंग कार्य के लिए करोड़ों रूपये राशि स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है परन्तु ठेकेदार के द्वारा कुछ स्थानों तक निर्माण करने के बाद बंद कर दिया गया है और कुछ दिनों बाद किसानों के द्वारा खरीफ सीजन की धान की रोपाई कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा परन्तु नहर का निर्माण अधुरे होने से किसानों के खेतो तक पानी नही पहुंचेगा तो हजारों हेक्टेयर खेती में लगने वाली फसल प्रभावित होगी। साथ ही यह भी बताया कि निर्माण कंपनी के ठेकेदार से पूर्व में कहा गया था कि पहले माइनर नहर कैनाल एवं क्षतिग्रस्त स्थान पर निर्माण करवाये परन्तु उन्होने ऐसा नही किया है और वर्तमान में बारिश को देखते हुए काम बंद कर दिया है ऐसी स्थिति में खरीफ सीजन की फसल में सिंचाई के लिए पानी नही मिलेगा जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। मंगलवार को लालबर्रा विश्राम गृह में बैठक आयोजित कर जल संसाधन विभाग के एसडीओं को बुलाया गया था जिनके द्वारा हमें आश्वास्त किया गया है कि माइनर नहर के कैनाल एवं क्षतिग्रस्त स्थानों पर १५ दिनों के अंदर निर्माण कार्य करवाकर पानी प्रदाय किया जायेगा और बरसात के बाद निर्माण कार्य करवाने की बात कही गई। अगर निर्माण कार्य नही किया गया तो करीब ३३ ग्रामों के हजारों हेक्टेयर जमीन में लगने वाली फसल प्रभावित होगी जिससे किसानों को काफी नुकसान होगा और निर्माण कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य भी विलंब से प्रारंभ किया गया है जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है। साथ ही यह भी बताया कि नहर के क्षतिग्रस्त स्थानों का निर्माण कार्य प्रारंभ करवाने की मांग को लेकर बल्हारपुर में ५ जुलाई को वृहद स्तर पर किसानों की बैठक आयोजित की गई है जहां विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जायेगी और निर्माण कार्य प्रारंभ नही होने पर कठोर कदम उठाने बाध्य होगें जिसकी जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।

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