समाप्त हुई ताजा तिमाही (सितंबर) में सोने की मांग में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस तिमाही में सोने की मांग 210 टन पर पहुंच गई है, जो बीते वर्ष इसी अवधि में 192 टन थी। सोने की इस मांग के बढ़ने के पीछे निवेश के लिए पीली धातु के प्रति बढ़ा आकर्षण है, जबकि इस वर्ष इस तिमाही के बाद भारत में प्रमुख त्योहारी बिक्री सीजन आ रहा है।
देश में गहनों की मांग भी जुलाई से सितंबर की इस अवधि में सात प्रतिशत बढ़कर 156 टन पर पहुंच गई है। निवेश के उद्देश्य से बिकने वाले सोने में 20 प्रतिशत का इजाफा होकर कुल मांग 54 टन दर्ज हुई है। जो बीते वर्ष इस अवधि में 45 टन थी। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने दो दिन पहले रिपोर्ट जारी करते हुए इन आंकड़ों को सार्वजनिक किया है। सोने का आयात 20 प्रतिशत बढ़कर 220 टन हो गया है।
दीवाली पर खरीद में ओर तेजी आने की उम्मीद
बीते वर्ष यह 184 टन था, जबकि सोने की रिसायकलिंग का आंकड़ा भी इस तिमाही में बढ़कर बीते वर्ष के 16 टन के मुकाबले 19 टन हो गया है। सितंबर तिमाही में सोने के दाम जून तिमाही के मुकाबले करीब एक हजार रुपये प्रति दस ग्राम घटना भी खपत बढ़ने का कारण माना जा रही है। राशि के मामले में देखे तो सोने की मांग 28 प्रतिशत बढ़कर 1.88 लाख करोड़ पर पहुंच गई है जो बीते वर्ष 1.47 लाख करोड़ रुपये रही थी।