प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत बूढ़ी आईटीआई के पीछे बनाए जा रहे एलआईजी/ एमआईजी और ईडब्ल्यूएस मकान अपने लक्ष्य से कोसों दूर है। जहां पक्का आवास का सपना देख रहे सभी हितग्राहियों को अब 2024 के अंत तक उनके सपनों का मकान के लिए इंतजार करना पड़ेगा।क्योंकि शहरी आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2017 से बनाए जा रहे ईडब्ल्यूएस/ एलआईजी/ एमआईजी मकान अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं जहां एलआईजी एमआईजी और ईडब्ल्यूएस मकानों की बिल्डिंग बनकर कमप्लिट होना तो दूर की बात अब तक एक भी मकान पूर्ण रूप से बनकर तैयार नही हो पाया है। जिसके चलते अब इन मकानों के आवंटन की प्रक्रिया को 1 वर्ष और बढ़ाया जा सकता है। मतलब साफ है कि वर्ष 2024 के शुरुआती दौर तक सर्व सुविधा युक्त मकान बन पाना मुश्किल है बावजूद इसके भी नगरपालिका सितंबर तक पूर्ण राशि जमा करने वाले हितग्राहियों को ईडब्ल्यूएस के मकानों का वितरण करने का खोखला दावा कर रही है जो कि समझ से परे है।
6 वर्षों में एक मकान भी नहीं हो पाया कंप्लीट
आपको बताएं की बूढ़ी आईटीआई के पीछे प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2017 से ईडब्ल्यूएस के 468 ,एलआईजी के 72 तो वही एमआईजी के 96 फ्लैट बनाए जा रहे हैं जिन्हें बनाकर देने का लक्ष्य वर्ष 2020 रखा गया था ।लेकिन 6 वर्षों से चले आ रहे इस निर्माण कार्य में आज तक एक भी मकान पूर्ण रूप से बनकर तैयार नहीं हुआ है ।अधूरी बिल्डिंग का निर्माण गुणवत्ता के साथ कराकर अन्य व्यवस्थाएं बनाने , सड़क , पानी, नाली, पावर हाउस, पानी की टंकी, बाउंड्रीवॉल, एंट्रेंस गेट ,विद्युत व्यवस्था, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सहित अन्य व्यवस्थाओं का कार्य शुरू तक नहीं किया गया है ऐसे में सितंबर माह में हितग्राहियों को मकान देने की बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
नए तरीके से आवंटित किए जाएंगे मकान
ईडब्ल्यूएस मकान बुक कराने के लिए 20 हजार रु का टोकन अमाउंट लेने के बाद नपा द्वारा दो बार आवास मेंला लगाकर मकान बुक करने वाले हितग्राहियों को लॉटरी की प्रक्रिया के तहत आवास आवंटित कर दिए गए थे लेकिन लगातार हो रही बुकिंग कैंसिल के चलते नपा ने पुराने आवंटन को रद्द कर दिया है वहीं अब नपा पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर मकान आवंटित करने की योजना बना रही है।जिसके मुताबिक अब एलआईजी एमआईजी और ईडब्ल्यूएस की एक एक बिल्डिंग को कंप्लीट कर उसकी बिक्री की जाएगी।जहां पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर एक एक बिल्डिंग को कंप्लीट कर उसका पैसा जमा करने वाले हितग्राहियों को मकान वितरित किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस पद्धति को मूल रूप देने के लिए 36 फ्लैट वाली ईडब्ल्यूएस बिल्डिंग,12 फ्लैट वाली एमआइजी बिल्डिंग और 24 फ्लैट वाली एलआईसी बिल्डिंग को कंप्लीट करने का कार्य शुरू है।
अब तक 242 से अधिक हितग्राही रदद् करा चुके है बुकिंग
प्राप्त जानकारी के अनुसार बूढ़ी आईटीआई के पीछे नपा द्वारा ईडब्ल्यूएस मकानों का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें रहने की इच्छा जाहिर कर करीब 542 लोगों ने 20 हजार रु का टोकन देकर ईडब्ल्यूएस मकानों की बुकिंग कराई थी। जिसमें से अब तक 242 से अधिक हितग्राहियों अपनी बुकिंग कैंसिल करा चुके हैं। वहीं बुकिंग कैंसिल कराने वालों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है लगातार बुकिंग कैंसिल होने से नगरपालिका भी सकते में आ गई है ।
225 हितग्राहियों को अब तक नहीं लौटाई गई राशि
10% काट के दी जा रही राशि
बताया जा रहा है कि बुकिंग कैंसिल कराने वाले हितग्राहियों की बढ़ती जा रही संख्या को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने बुकिंग कैंसिल पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जो लोग बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं उनकी कुल जमा रकम राशि से 10% राशि काट कर दी जा रही है बताया जा रहा है कि बुकिंग कैंसिल कराने वाले 242 हितग्राहियों में से लगभग 225 हितग्राही ऐसे हैं जिन्होंने बुकिंग कैंसिल कर राशि वापस दिए जाने की मांग की है लेकिन जिन्हें अब तक राशि वापस नहीं की गई है
बैंक एग्रीमेंट में दिलचस्पी नही दिखा रहे हितग्राही
बताया जा रहा है कि पूर्व में जब यह योजना आई थी तो नपा के तत्कालीन अध्यक्ष अनिल धुवारे, तत्कालीन मुख्य नगरपालिका अधिकारी दिनेश वाघमारे और नपा के अन्य अधिकारियों ने हितग्राहियों को 2 लाख रु में ईडब्ल्यूएस मकान बनाकर देने की बात कही थी जिसके तहत फ्लैट बुक कराने के लिए टोकन के तौर पर हितग्राहियों से 20 हजार रु की रकम नपा द्वारा ली गई थी।उस समय कहा गया था कि जब मकान उन्हें सौंप दिया जाएगा तब उनसे नपा को किराए के रूप में किस्तों के आधार पर बकाया 1लाख 80 हजार रु की रकम देनी होगी। लेकिन अब तक नगर पालिका ने ईडब्ल्यूएस मकान का निर्माण पूर्ण नहीं कराया है और ना ही हितग्राहियों को मकान दिए गए हैं।वही अब बैंक एग्रीमेंट कर क़िस्त नपा की जगह बैंकों को दिए जाने की बात कही जा रही है जिससे हितग्राही खफा है।क्यो की बैंक से एग्रीमेंट करने पर हितग्राहियों को जहा 1लाख 80 हजार रु का ब्याज देना पड़ेगा तो वही क़िस्त जमा ना करने पर उन्हें मकान की नीलामी होने का भी डर बना हुआ है।
सितंबर में हितग्राही को दिए जाएंगे मकान -स्वप्निल जैन
इस पूरे मामले को लेकर की गई औपचारिक चर्चा के दौरान नगरपालिका उपयंत्री स्वप्निल जैन ने बताया कि 55 करोड़ का प्रोजेक्ट बूढ़ी फिल्टर प्लांट के पास प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत चल रहा है। वर्ष 2017 से शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट 2020 में कंप्लीट होना था और उसी वर्ष हितग्राहियों को उनके सपनों का आवाज देना था। लेकिन, 2019 में कोविड आ गया फिर 2 वर्ष कोविड में चले गए। उसके बाद फिर से तेजी से काम शुरू किया गया है शासन से जो नगरपालिका को फंड 13 करोड़ 8 लाख मिलना था वह मिल चुका है। वर्तमान समय में बैंक प्रोसेस में टाइम लग रहा है। क्योंकि ज्यादातर हितग्राहियों का सिविल रिकार्ड कमजोर बता रहा है ।हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द बैंक की प्रोसेस कंप्लीट हो जाए, वही रोड नाली पानी बिजली की व्यवस्था हो जाए।हमारा कार्य प्रगति पर है सितंबर में ऐसे हितग्राही जिन्होंने पूरा पैसा जमा कर दिया है उन्हें उनका आवास दे दिया जाएगा।