वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत थानेगाव के ग्राम सिहराटोला में मोक्षधाम की व्यवस्था न होने से ग्रामीणों को खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जहां पर लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है परंतु आज तक किसी के द्वारा उक्त समस्या का समाधान करते हुए मोक्षधाम निर्माण करने का प्रयास नहीं किया गया है। ऐसे में बारिश पानी गर्मी जैसे मौसम में परेशानी उन्हें उठानी पड़ रही है यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है जहां पर सबसे ज्यादा समस्या बारिश के मौसम में बनी हुई है। किसी व्यक्ति के मृत्यु के बाद उसका ठीक तरह से अंतिम संस्कार भी नहीं हो पता हैं इस प्रकार की समस्या से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। जिनके द्वारा शासन प्रशासन से यथाशीघ्र ग्राम के अंदर सर्व सुविधायुक्त मोक्षधाम निर्माण की मांग की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिहराटोला ग्राम पंचायत थानेगांव का टोला है जहां पर 1000 से अधिक आबादी एवं 860 से अधिक मतदाता निवासरत है। जिसकी ग्राम पंचायत से दूरी करीब 3 किलोमीटर पड़ती है जहां पर आज तक मोक्षधाम की व्यवस्था नहीं है। ग्राम के लोग किसी की भी मृत्यु होने पर उसे ग्राम से निकलने वाली गर्रा रोड मैं स्थित जंगल के समीप बने तालाब के किनारे में ले जाकर अंतिम संस्कार की विधि पूर्ण करते हैं। जहां पर सुखे समय में आना-जाना संभव है परंतु बरसात के समय बहुत ज्यादा समस्या उत्पन्न हो जाती है क्योंकि कच्चा मार्ग होने से पूरे मार्ग में बारिश से कीचड़ हो जाता है। यहां से आवागमन बहुत मुश्किल हो पता है तो वही खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करना पड़ता है जिसमें बारिश आने पर कई बार अग्नि बुझ जाती है जहां काफी समस्या का सामना करते हुए मुखाग्नि देना होता है। तो वही शोकसभा के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है बारिश के साथ गर्मी में भी परेशानी बनी हुई है वहीं अंतिम संस्कार के दौरान उक्त स्थान पर तालाब सूख जाने के बाद पानी की व्यवस्था नहीं है कि लोग गर्मी में अपने कंठ को शांत कर पाये। इस प्रकार के ग्राम वासियों को लंबे समय से खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है कि व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी मौसम खराब होने पर अंतिम संस्कार भी ढंग से पूर्ण नहीं हो पा रहा। जिसको लेकर कई बार ग्रामीणों के द्वारा मोक्षधाम निर्माण की मांग जनप्रतिनिधि सहित प्रशासनिक अधिकारियों से की जा चुकी है किंतु किसी के भी द्वारा इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया है. जिसका कारण स्थिति यथावत बनी हुई है आज भी कच्चे मार्ग से चलकर खुले आसमान के नीचे सिहराटोला के लोगो को अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
ग्रामीण केशव बैस बताया कि हमारे गांव में मुक्तिधाम नहीं है गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर थानेगांव मैं मोक्षधाम है वह दूर होने से हम हमारे गांव के जंगल में बने तालाब के किनारे जाते हैं। वहीं अंतिम संस्कार करते हैं बारिश में बड़ी समस्या होती है रोड कच्ची है आने-जाने की समस्या फिर मोक्षधाम बना नहीं है कई बार शव जल नहीं पाते हैं बारिश आने पर दिक्कत होती है। लगातार बारिश में थानेगांव जाते हैं गांव में मोक्षधाम नाम की कोई व्यवस्था नहीं है जनप्रतिनिधि भी कोई इधर ध्यान नहीं दे रहे हैं। चुनाव में सब कहते हैं परंतु हमने सब स्तर पर प्रयास किया कुछ नहीं हुआ है व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार भी कई बार ठीक से नहीं हो पता है। हम यही चाहते हैं कि मोक्षधाम हो शोकसभा के लिए सभा मंच हो जो हमें गर्मी और बारिश से राहत प्रदान कर सके।
ग्रामीण छबिलाल सोनवाने ने बताया कि अंतिम संस्कार को लेकर हमारे बहुत समस्या है बरसात पानी धूप में काफी दिक्कत बनी होती है। हम जहां अंतिम संस्कार करते हैं वहां मोक्ष धाम की कोई सुविधा नहीं है और ना ही पीने के पानी की सुविधा है टीन शेड तक नहीं है मुखाग्नि मौसम को देखकर दी जाती है। पानी आने पर रुकने का इंतजार करते हैं जमीन के ऊपर सब होता है मोक्षधाम जाने के लिए सड़क तक नहीं है पुरी कच्ची सड़क है कीचड़ भयंकर रहता है चलना मुश्किल रहता है किंतु मजबूरी है जाना है। हर कोई चाहता है कि मोक्षधाम बने पर कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं देता है यह समस्या आजकल की नहीं है वर्षों से बनी हुई है हम किसी भी स्तर से यह समस्या का निराकरण चाहते हैं।
ग्रामीण रेखलाल कटरे ने बताया की मोक्षधाम में जाने के लिए सड़क नहीं है जाने की इच्छा नहीं होती है वहां पर कुछ भी नहीं है तालाब किनारे खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करते हैं। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है पहले हम थानेगांव जाते थे परंतु वह बहुत दूर पड़ता है अभी पास में यह गर्रा मार्ग है जहां पर बॉडी लेकर जाते हैं वहां पर अंतिम संस्कार के जो कार्य किए जाते हैं। वह करने में बहुत ज्यादा दिक्कत होती है जबकि हमरा टोला बहुत बड़ा है 1000 से अधिक की आबादी है 800 से ज्यादा मतदाता है फिर भी आज तक हम मोक्षधाम के लिए परेशान हैं। हर समय समस्या बनी रहती है हर एक साधन जुटा कर जाना पड़ता है यह समस्या किसी से छिपी नहीं है अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ग्राम सरपंच से हर जनप्रतिनिधि आते हैं। सभी के द्वारा समस्या देखी गई है किंतु समाधान किसी ने नहीं किया हैं।
इनका कहना हैं
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि जहां पर अंत्येष्टि कार्य किया जा रहा है वह वन विभाग की जमीन है। जिसे मोक्षधाम निर्माण करने के लिए हमारे द्वारा चार बार पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है किंतु उनके द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई है। करीब 30 से 35 वर्ष हो गया वहां पर ग्राम के लोग अंतोष्टि कर रहे हैं यह गर्रा से सिहराटोला मार्ग पर तालाब के किनारे किया जाता है। समीप में राजस्व की कोई हमारे पास भूमि नहीं है इसलिए वन विभाग से हम मांग कर रहे हैं।