भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में परिवहन घोटाले को लेकर खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने 20 मार्च को इस मामले की CBI से जांच कराने की मांग की। उन्होंने विधानसभा से वॉकआउट भी किया। राज्य में यह घोटाला एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कांग्रेस पार्टी सरकार पर घोटाले में शामिल लोगों को बचाने का आरोप लगा रही है। वहीं, सरकार ने सीबीआई जांच की मांग से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस ने किया था विरोध
गुरुवार को कांग्रेस ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सरकार दोषियों को बचा रही है। वे इस पूरे मामले की CBI से जांच चाहते हैं। कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए और गंभीर आरोप लगाए।
सीबीआई को सौंप दे जांच
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि परिवहन घोटाले की जांच पहले से ही तीन एजेंसियां कर रही हैं। ये एजेंसियां हैं लोकायुक्त, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग। उन्होंने कहा कि फिर भी सरकार को यह जांच CBI को सौंप देनी चाहिए। सिंघार ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग का एक पूर्व सिपाही, सौरभ शर्मा, पकड़ा गया है।