राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बिहार दौरे के दौरान तेजस्वी प्रताप यादव के ना आने उनके विरोधियो ने उन पर जमकर निशाना साधा। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आना राज्य के लिए गौरव की बात है। वे बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं। उनकी गरिमामय उपस्थिति वाले इस समारोह में अनुपस्थित रहने का फैसला कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दलित समाज से आने वाले एक अतिशालीन व्यक्ति का अपमान किया है। तेजस्वी यादव नीतीश सरकार के शपथ-ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे।
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने आगे Koo किया कि विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालना, सदन के भीतर मारपीट करना, आसन की अवहेलना करना और सरकार के जवाब का बहिष्कार करना राजद के संसदीय आचरण का स्वभाव बन चुका है। पार्टी अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करने में पूरी तरह विफल है
आपको बता दें कि गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बतौर मुख्य अतिथि, बिहार विधानसभा भवन के सौ साल पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इसके पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विधानसभा परिसर में शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास किया। 25 फीट ऊंचे इस स्तंभ की स्थापना मुख्य भवन के सौ वर्ष पूरे होने की याद में की जा रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बिहारी कहे जाने पर गर्व महसूस होता है।