सूरज पंचोली ने जिया खान सुसाइड केस के CBI को ट्रांसफर होने पर संतुष्टि जाहिर की। सूरज ने कहा कि वे इस फैसले से सैटिसफ़ाय हैं क्योंकि उन्हें इस केस के बंद होने की उम्मीद है। सूरज का दावा है कि कोर्ट अगर उन्हें दोषी पाती है तो उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। हालांकि, अगर वह निर्दोष है तो उसे सभी आरोपों से मुक्त किया जाना चाहिए। सूरज के परिवार को भी उम्मीद है कि अदालत उनके मामले में तेजी लाएगी।
मैं निर्दोष हूं तो आरोपों से मुक्ति मिले
सूरज ने कहा, “मुझे अब थोड़ी राहत है। क्योंकि मेरा मामला शुरू से ही विशेष CBI कोर्ट में होना चाहिए था। अब जबकि मामला पंहुच गया है, मुझे उम्मीद है कि हम इसका क्लोज़र देखेंगे। अगर कोर्ट मुझे दोषी पाती है, तो मुझे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो मैं इन आरोपों से मुक्त होने का हकदार हूं। सूरज ने बताया कि कैसे इन 8-9 सालों में उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है और कैसे उनके परिवार ने उनका सपोर्ट किया।
CBI कोर्ट मामले में तेजी तो लाएगा
सूरज ने एक इंटरव्यू में बताया कि यह वक्त मेरे लिए कठिन रहा है। मुझे विश्वास है कि इस अंधेरी सुरंग के आखिर में रोशनी होगी। मेरे लिए मुश्किल यही थी कि क्यूंकि इंडस्ट्री और उसके आस-पास की हर चीज परसेप्शन पर काम करती है और मेरे बारे में परसेप्शन वैसा नहीं था, जैसा मैं चाहता था। यह सालों पहले बर्बाद हो गया था। मैं नहीं जानता कि मैं पिछले 8 साल मैं जिन्दा कैसे रहा। मेरी फैमिली ने मुझे उस हाल में देखा है।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने इतने सालों में चीज़ें भुलाने की कोशिश की है। मेरा लक्ष्य आगे देखना और आगे बढ़ना है। मेरे परिवार को उम्मीद है कि CBI कोर्ट कम से कम मामले में तेजी तो लाएगा।
सुसाइड नोट में था सूरज पंचोली का नाम
गौरतलब है कि जिया खान ने 3 जून, 2013 को जुहू अपार्टमेंट में फांसी लगा का खुद को ख़त्म कर लिया था। उनकी मौत के कुछ दिन बाद उनके घर से 6 पेज का सुसाइड नोट मिला था, जो कथित तौर पर उस समय जिया के प्रेमी सूरज पंचोली के नाम था। इस नोट से जिया के गर्भपात, पंचोली के साथ बिगड़ते रिश्तों के कारण नर्वस ब्रेकडाउन सहित कई खुलासे हुए थे।