नगर के लालबर्रा रोड स्थित गुरुनानक धर्मशाला में 23 सितंबर को सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू का दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन मध्य प्रदेश के सहायक महासचिव एटी पदमनाभन एवं जिला समिति बालाघाट की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें सहायक महासचिव मध्य प्रदेश एटी पदमनाभन के द्वारा मजदूरों को मजदूर आंदोलन का इतिहास, सीटों का गठन व भूमिका, मजदूर किसान मैत्री का महत्व एवं राजनीतिक बदलाव हेतु इसकी भूमिका के विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी दो सत्र आयोजित कर दी गई। इसी प्रकार 24 सितंबर को मध्य प्रदेश महासचिव प्रमोद प्रधान के द्वारा विभिन्न विषयों पर जानकारियां दी जाएगी। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहायक महासचिव एटी पदमनाभन ने कहा कि पूंजीवादी अर्थव्यवस्था होना चाहिए जिससे भारत उदार नीति का उपयोग कर रहा है जिसका उदाहरण कोविड में दिखता है कि भारत ने मुक्त में वैक्सीन का वितरण किया। वहीं अमेरिका ने हर किसी से वैक्सीन का पैसा लिया है क्योंकि वहां पूंजीवाद है हर किसी को पैसा चाहिए क्योंकि इससे हर व्यक्ति मजबूत होता है। हम वर्तमान में हर चीज बना रहे हैं और आत्मनिर्भर बन रहे हैं पर कैसे क्योंकि जिस प्रकार के सरकार निर्णय ले रही है उसे हम लगातार दूसरों पर निर्भर होते जा रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो ज्यादा समय नहीं लगेगा जब बेरोजगारी और महंगाई चरम पर होगी। आज लोगों के रोजगार खत्म होते जा रहे हैं जो सरकार की नीतियों की देन है जिसे हम सभी को समझना होगा साथ ही अन्य बाते कही गयी। वहीं पदमेश से चर्चा में जिला महामंत्री संतोष मंडलवार ने बताया कि सेंट्रल ऑफ ट्रेड यूनियन सीटू का दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें सरकार की नीतियों की जानकारी दी जा रही है कि सरकार मजदूरों के हक में क्या कानून बना रही है क्या कर रही है और कैसे इससे बदलाव हो रहे हैं वही इस बदलाव का आम जीवन पर क्या असर पड़ेगा महंगाई बेरोजगारी सभी विषयों पर प्रशिक्षण दे रहे हैं। जिसके लिए प्रशिक्षण के प्रथम दिन सहायक महासचिव मध्य प्रदेश एटी पदमनाभन उपस्थित हुए हैं और दूसरे दिन महासचिव मध्य प्रदेश प्रमोद प्रधान उपस्थित होंगे जो पूरा दिन राजनीतिक महंगाई और बेरोजगारी के विषय पर अपना वक्तव्य देंगे। हमारा उद्देश्य है कि सरकार की नीतियों का मजदूर वर्ग को पता चले और वह जागरूक हो जिससे कि वह मजदूर खुद के अधिकारों के लिए आगे लड़ाई लड़े। इस अवसर पर संतोष मंडलवार थानसिंह इडपांचे राजू बरले शांतिबाई खजरिया दुर्गाबाई इनवाती राजेश माड़ावी राजेश कावरे फत्तूलाल शरणागत रामसिंह भलावी दिलीप बघेले सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य मौजूद रहे।