सेवलटपार के निर्माण कार्य चढ़े भ्रष्टाचार की भेंट-ग्रामीण

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। खैरलाँजी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सेलवटपार के ग्रामीणों के द्वारा जनपद सीईओ को शिकायत कर ग्राम में किए गए भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की गई। शिकायत में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सेलवटपार के सरपंच एवं सचिव के द्वारा लाखों रुपयें के निर्माण कार्य एवं मनरेगा कार्य में फर्जी हाजिरी लगाकर भ्रष्टाचार किया गया है। दो वर्ष पूर्व ग्राम में आदिवासी टोल से ब्राह्मण टोला तक १८ लाख रुपये की लागत का कार्य करवाया गया है जो पूरी तरह गुणवत्ताहीन है जिसकी जांच होना आवश्यक है। तो वहीं पाईप पुलिया का निर्माण वर्ष २०२३-२४ में १४.४८ लाख रुपये की लागत से अनावश्यक स्थान पर बना दिया गया है । जिसकी वहां कोई जरूरत नहीं थी शासन के रुपये का यह दुरुपयोग किया गया है इसकी भी जांच की जानी चाहिए। वहीं मनरेगा के कार्य जैसे तालाब निर्माण ,सुदूर सडक़ निर्माण कार्य में फ र्जी हाजिरी चलाई जा रही है जो लोग वर्तमान में नागपुर की कंपनी में कार्य कर रहे हैं उनकी भी हाजिरी यहां पर चल रही है। कार्यों की जांच होनी चाहिए जिसके लिए हम चाहते हैं कि जांच दल बनाकर ग्राम पंचायत में बैठक कराकर जांच करना उचित होगा।

ग्रामीणों को प्यासा रख योजना से शमशान घाट के बगीचे मेंं दिया जा रहा पानी-निलेश पंचेश्वर

ग्रामीण निलेश पंचेश्वर ने बताया कि हमारे गांव आदिवासी बाहुल्य है जहां पर मनरेगा में काम नहीं दिया जाता है। सरपंच श्रीमती दीपिका राही पांडे है वह कुछ भी नहीं करती है। उसका पति राही पांडे ही पंचायत चलाता है जिस कारण से इसके साथ और कई समस्याएं हैं। तालाब के कार्य में वह अपने लोगों को काम दे रहे हैं दूसरों को मना कर देते हैं जबकि ग्राम में तालाब की जरूरत नहीं है १४ तालाब है। पानी की भी समस्या है नल जल की गांव में ग्रामीणों को १० मिनट पानी देकर बाकी समय योजना का पानी शमशान घाट में जो बगीचा बनाए हैं उसमें चलाते हैं गांव का व्यक्ति प्यासा है। वहीं ग्रेवल रोड़ जो बनाई गई उसमें ट्रैक्टर से मुरूम डाली गयी है बाहर से गाडिय़ां बुलवाई गई है। कोई भी रोजगार के साधन ग्राम में नहीं दिए जा रहे हैं जिससे लोग पलायन कर रहे हैं।

सरपंच पर कानूनी कार्यवाही नही हुई तो कलेक्टर कार्यालय में आंदोलन करेंगे-मोतीराम ठाकरे

ग्रामीण मोतीराम ठाकरे ने बताया कि गांव के तालाब में जो ओवरफ्फलो बनाया गया है उस रास्ते में नीचे मुरूम के पत्थर डाले गए हैं उसकी जांच होना चाहिए। यदि उसमें पत्थर निकला तो सरपंच से रिकवरी की जाए, नहीं निकला तो मैं स्वयं के वहन पर बना कर दूंगा परंतु जांच होनी चाहिए। हमारी पंचायत में १४ तालाब बने हैं तालाब की जरूरत नहीं है पीने के पानी की जरूरत है सरपंच कहता है रोड़ नाली कुछ नहीं है केवल तालाब की राशि है। सभी को गुमराह कर रहा है मनरेगा में बुजुर्ग लोगों के खाते में राशि डाली जाती है जो काम पर नहीं जाते हैं। जनता का मुंह बंद करने के लिए बैठक में १० मिनट रुक कर बैठक समाप्त बोलने के बाद अपनी पत्नी जो सरपंच है उसे लेकर चले जाते हैं। सरपंच पंचायत में कभी भी नहीं बैठी है मात्र बैठक के दिन ही आती है। पंचायत भी समय पर नहीं खुलता है सरपंच से मिलने के लिए लोग तरस जाते हैं। क्योंकि सभी के अपने अपने काम होते हैं सचिव महेश हेडाऊ है जो ढंग से बात नहीं करता है हम चाहते हैं की जांच हो और इसमें शासन कानूनी कार्यवाही करें अन्यथा हम कलेक्टर कार्यालय में बैठकर आंदोलन करेंगे।

सरपंच पति राही पांडे ने शासन की राशि का किया दुरूपयोग-गेरसराम भवरे

पूर्व सरपंच गेरसराम भवरे ने बताया कि ग्राम सेलवटपार में सरपंच के पति राही पांडे ने १४ लाख रुपये का अवैध स्थान पर पुलिया बनवाया है। जबकि वहां आगे रोड़ सडक़ पगडंडी कुछ भी नहीं है वर्तमान में वह पुलिया कोई काम का नहीं है केवल शासन की राशि का दुरूपयोग हुआ है। इसके लिए हमने जनपद सीईओ को शिकायत दिया है कि वह जांच कर किए गए भ्रष्टाचार की राशि की वसूली की जायें। ग्राम पंचायत की बाउंड्रीवॉल अभी पूरी भी बनी नहीं है १६ लाख रुपयें निकल लिए गए हैं । जबकि मूल्यांकन के आधार पर राशि निकालना है और काम केवल प्लिंथ लेवल का हुआ है। इसकी भी जांच होनी चाहिए की राशि कैसे निकाले यदि मामले में गंभीरता से जांच नहीं की गई तो हम लोग धरना आंदोलन करेंगे फिर ग्राम पंचायत में करना पड़े या जनपद पंचायत में आंदोलन करेंगे।

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