नगर मुख्यालय स्थित वैदिक कान्वेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल में १० जुलाई को अशासकीय स्कूल के प्राचार्योंकी बैठक संपन्न हुई। यह बैठक बीआरसी श्रीराम तुरकर, जन शिक्षक एवं अशासकीय स्कूलों के प्राचार्योंकी उपस्थिति में प्रारंभ हुई। आयोजित बैठक में नये शिक्षण सत्र की पढ़ाई, प्रवेश, गणवेश, पाठ्यपुस्तक, फीस, बसों के संचालन सहित अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की गई और पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने व शासन की गाईडलाईन का पालन करते हुए स्कूलों का संचालन बेहतर तरीके से कैसे करना है सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया। इस दौरान अशासकीय स्कूलों के प्राचार्योंसे कहा गया कि कुछ स्कूलों में निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क (फीस) बच्चों से लिया और नये पाठ्यक्रम प्रारंभ कर बच्चों के पालकों को स्कूल से ही पुस्तकें खरीदी करने का दवाब बनाया जा रहा है जिससे बच्चों के पालकों पर आर्थिक भार पडऩे एवं बिना मैंटनेंस के ही बसों का संचालन करने की शिकायत मिल रही इसलिए ऐसा कार्य न करने प्राचार्योंको हिदायत दी है। वहीं अशासकीय स्कूलों के प्राचार्योंने भी बीआरसी के समक्ष स्कूल संचालन में आ रही परेशानियों सहित अन्य बिन्दुओं से अवगत करवाया। चर्चा में बीआरसी श्रीराम तुरकर ने बताया कि अशासकीय स्कूल के प्राचार्यों की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें नये शिक्षण सत्र के प्रारंभ में बच्चों की दर्ज संख्या, बसों का मैंटेनेस, फीस (शुल्क) लेने, पाठ्यपुस्तक, ड्रेस सहित अन्य बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। साथ ही यह भी बताया कि कुछ स्कूलों की शिकायत भी मिली थी कि बच्चों से फीस अधिक लिया जा रहा है जिस पर सभी अशासकीय स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि स्कूल की मान्यता लेते समय बच्चों से जो फीस लेने की जानकारी शासन को उपलब्ध करवाई गई है उतनी ही फीस (शुल्क) लेने, पाठ्यपुस्तक एवं ड्रेस एक ही दुकान से लेने बच्चों एवं पालकों को बाध्य न करने एवं शासन की गाईडलाईन के तहत स्कूलों का संचालन करने कहा गया है, अगर वे स्कूल की मान्यता के समय जो फीस निर्धारित किये है उससे अधिक फीस लेते है, एक ही दुकान से ड्रेस, पुस्तक लेने के लिए बाध्य एवं शासन की गाईडलाईन का पालन नही करते है ऐसे स्कूलों पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।