स्कूल प्रबंधन की एक गलती से छात्रा का भविष्य दांव पर ?

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स्कूल प्रबंधन की एक छोटी सी गलती से कक्षा 12वीं की छात्रा का भविष्य दांव पर है। जहां कक्षा बारहवीं की मुख्य परीक्षा में प्रैक्टिकल के सही अंक बोर्ड को ना भेजे जाने के कारण कक्षा बारहवीं की छात्रा को एक विषय में सप्लीमेंट्री आ गई ।अब छात्रा अपने परीक्षा परिणाम में प्रैक्टिकल के सही अंक जोड़ने के लिए स्कूल और शासकीय कार्यालयों के चक्कर काटने के लिए मजबूर है लेकिन छात्रा की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
ताजा मामला नगर के एमएलबी स्कूल का है जहां कक्षा 12वीं की छात्रा वंदना मेरावी कक्षा बारहवीं में अध्ययनरत थी, जो माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा मार्च माह में आयोजित की गई कक्षा 12वीं की परीक्षा में शामिल हुई थी। इस परीक्षा का परिणाम 25 मई को घोषित किया गया जिसमे वंदना मेरावी को संस्कृत विषय में प्रैक्टिकल के सही अंक ना जुड़ने के कारण सप्लीमेंट्री आ गई छात्रा के रिजल्ट में पाया गया कि उसे संस्कृत के प्रैक्टिकल में 20 में से महज 1 अंक दिए गए हैं जबकि छात्रा ने प्रैक्टिकल में 17 अंक प्राप्त किए थे। जिसका पता लगाने पर जानकारी मिली कि स्कूल प्रबंधन द्वारा 17 अंक की जगह छात्रा के प्रैक्टिकल में महज 1 अंक मंडल को भेजे गए थे इस मानवीय भूल के चलते छात्रा एक विषय में फेल हो गई। अब छात्रा अपने रिजल्ट में सुधार किए जाने की मांग को लेकर शासकीय कार्यालयो के चक्कर काटने को मजबूर है। लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा हैम जिसने आज बुधवार को कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर रिजल्ट में प्रैक्टिकल के सही अंक जोड़ने और रिजल्ट में सुधार कर संशोधित रिजल्ट जारी किए जाने की मांग की है

मुझे बीएससी लेकर आगे की पढ़ाई करनी है- वंदना मेरावी
कलेक्टर कार्यालय में अपने भाई के साथ ज्ञापन सौंपने पहुंची छात्रा वंदना मेरावी ने चर्चा के दौरान बताया कि 25 मई को कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम आए हैं, उन परीक्षा परिणामों में संस्कृत के विषय में उसे सप्लीमेंट्री आ गई है। क्योंकि उसे संस्कृत के प्रैक्टिकल में महज 1 अंक दिया गया है जबकि उसने 20 में से 17 अंक प्रैक्टिकल में प्राप्त किए थे। रिजल्ट में सप्लीमेंट्री आने पर वह 26 मई को एमएलबी स्कूल पहुंची जहां उसने प्राचार्य सहित अन्य शिक्षकों को मामले की जानकारी दी जिस पर स्कूल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि गलती से 17 की जगह 1 अंक मंडल को भेज दिया गया है। अब स्कूल प्रबंधन द्वारा कहा जा रहा है कि उन्होंने प्रैक्टिकल के सही अंक दोबारा मंडल को भेज दिए हैं। मंडल द्वारा जल्द ही संशोधित परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा। छात्रा वंदना ने आगे बताया कि उसे सप्लीमेंट्री का फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा है जबकि उसे प्रैक्टिकल के सही मिल जाएंगे तो वह पास हो जाएगी। छात्रा ने बताया कि उसे बीएससी लेकर आगे की पढ़ाई करनी है। कॉलेज में एडमिशन शुरू हो गए हैं ।लेकिन 12वीं के परीक्षा परिणाम में सुधार करने की मांग को लेकर वे लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही है लेकिन अब तक उसके परीक्षा परिणाम में सुधार नहीं हो पाया है।

स्कूल प्रबंधन से गलती हुई है ,जिसे सुधारने की कार्यवाही की जा चुकी है -जैन
वही इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान एमएलबी प्राचार्य डॉ मनोज जैन ने बताया कि मंडल को प्रैक्टिकल अंक भेजने में हमसे गलती हुई है। हम अपनी गलती स्वीकार करते हैं। छात्रा के प्रैक्टिकल नंबर दर्ज कराने में प्रबंधन से चूक हो गई है। इस संदर्भ में छात्रा से जानकारी मिलने पर हमारे द्वारा तुरंत मामले में कार्यवाही की गई है। परीक्षा नियंत्रक को प्रैक्टिकल के सही अंक भेज कर रिजल्ट में सुधार करने कहा गया है ।क्योंकि भोपाल स्तर में बड़े-बड़े कार्यालय हैं। हो सकता है कि वह थोड़ा समय लग जाए, पर हमने अपने स्तर से पूरी कार्यवाही कर दी है। जो हमसे बन सकता है हमने वह सब कुछ कर दिया है हमें उम्मीद है कि जल्द ही छात्रा के रिजल्ट में संशोधन किया जाएगा और संशोधित अंक सूची भेज दी जाएगी।

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