मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत कुमार श्रीवास्तव द्वारा बीते दिनों कचरा उठाने के लिए खरीदे गए चार वाहनों के मामले में संज्ञान लेते हुए निविदा लगाने वाली उपयंत्री प्रीति घरते के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने तीन दिन के भीतर यदि कारण बताओं नोटिस का जवाब नहीं दिया तो प्रीति घरते के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई प्रस्तावित करने की बात कही है ,
आपको बता दे की नगर पालिका बालाघाट के मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत कुमार श्रीवास्तव अपनी साफ एवं स्वच्छ कार्य प्रणाली के लिए इन दिनों जाने जाते हैं, इसके पहले भी उन्होंने अपनी साफ एवं स्वच्छ कार्य प्रणाली के चलते बालाघाट नगर पालिका में डीजल मामले को उठाया था और स्वयं मीडिया को इसकी जानकारी दी थी कि बालाघाट नगर पालिका में डीजल को लेकर हेरा फेरी की जा रही है वहीं दूसरी बार उन्होंने फिर स्वच्छता के लिए खरीदी गई चार गाड़ियों के मामले को उठाते हुए निविदा लगाने वाली उपयंत्री प्रीति घरते को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है, बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले वार्डों में गाड़ी की कमी को देखते हुए नगर पालिका द्वारा चार छोटी गाड़ियां खरीदी गई थी एवं जैसे ही गाड़ियां खरीद कर आई वैसे ही विपक्ष के पार्षदों और नेता प्रतिपक्ष के द्वारा गाड़ियों में तकनीकी कमियां देखते हुए उन गाड़ियों का विरोध कर उन्हें वापस करने की मांग की गई थी जिस पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा भी देखा गया था कि जो गाड़ियां आई है उनमें जो चादर लगाए गए हैं वह टुकड़ों टुकड़ों में लगाए गए थे, जिसे मुख्य नगर पालिका अधिकारी के द्वारा चारों वाहनों को वापस करवा दिया गया था और कहा गया था कि अब दूसरे वाहन टेक्निकल रूप से जांच कर मंगवाये जाएंगे, किंतु दूसरी बार जो वाहन मंगवाए गए उनमें भी तकनीकी खामियां कुछ दिन बाद आने लगी जिसको लेकर हमने भी बालाघाट एक्सप्रेस और पद्मेश न्यूज़ के माध्यम से खबर प्रकाशित की थी, कि जो वाहन नगर पालिका द्वारा क्रय किए गए हैं उनकी हाइड्रोलिक काम नहीं कर रही है एवं वाहनों को कुछ ही दिनों में खस्ताहाल कर उनकी ट्रालियों के पल्ले को तोड़ दिया गया है एवं कुछ गाड़ियों में बैटरी को लेकर के भी समस्या आ रही थी जिस पर पुन: मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा उक्त मामले में संज्ञान लिया गया और इन गाड़ियों को क्रय करने के लिए ऑनलाइन निविदा लगाने वाली उपयंत्री प्रीति घरते के खिलाफ कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर दिया गया और 3 दिन में जवाब मांगा गया था
इस प्रकार जारी किया गया था कारण बताओ सूचना पत्र –
प्रीति घरते उपंयत्री इलेक्ट्रीकल्स् नगरपालिका परिषद बालाघाट विषय-कारण बताओ सूचना पत्र वाहन खरीदी के संबंध में। स्वच्छ भारत मिशन योजनान्तर्गत स्वच्छता कार्य संपादित किये जाने हेतु 4 नग टीपप्पर वाहन क्रय किये जाने हेतु ऑनलाईन निविदा का आमंत्रण कर वाहन निकाय हेतु क्रय किये गये थे। किंतु आपके द्वारा तकनीकी तौर पर क्रय किये गये वाहनों में प्रायः खराबी टेचिंग ग्राउड में कचरा संग्रहरण में टायर छोटे होने के कारण आने जाने में तकलीफ, सभी वाहनों की हाईड्रोलिक में खराबी बैटरी खराब होने जैसी परेशानीयों सामने आ रही है। जिसका ब्यौरा प्रायः स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित होता है। जिससे नगरपालिका परिषद बालाघाट , परिषद अध्यक्ष , संपूर्ण परिषद की छबि धुमिल हो रही है। जिसकी संपूर्ण उत्तरदायी आप स्वयं है । चुकि आप तकनीकी अधिकारी होने के साथ साथ राज्य शासन द्वारा निकायों में तकनीकी कार्य संपादन पूर्ण गुणवक्ता के साथ किये जाने हेतु आपको नियुक्ति किया गया है। जो शासन एवं निकाय द्वारा सौंपे गये दायित्वों के प्रति घोर अनुशासनहीनता (तकनीकी आधार) प्रदर्शित करता है। उक्त संबंध में आप अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से तकनीकी विश्लेषण रिर्पोट/विस्तृत प्रतिवेदन सहित 3 दिवस के भीतर अधोहस्ताक्षकर्ता के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर लिखित रूप में प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करे। अन्यथा आपके विरूद्ध मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम 1961, सेवा भर्ती शर्ते नियम, एवं सिविल नियमों एवं प्रावधानों के अंतर्गत आपके विरूद्ध अध्यक्षीय समिति/परिषद के माध्यम से आपके निलंबन की कार्यवाही प्रस्तावित की जावेगी ।
मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहती प्रीति घरते –
जब हमने उपंयत्री प्रीति घरते से इस संबंध में जानकारी लेना चाही तो उन्होंने दूरभाष पर साफ मना कर दिया कि वह इस संबंध में कुछ नहीं कहना चाहती और वह अभी स्वास्थ्य शाखा में नहीं है और आगे क्या कार्रवाई हुई या क्या कार्रवाई होना है इस विषय पर वह मीडिया में कोई जानकारी देना नहीं चाहती हैं
कार्यवाही को नहीं किया गया सार्वजनिक –
चारों वाहनों में समस्या आ रही है इस बात को तो सभी ने मान लिया था किंतु उसके बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा क्या कार्रवाई की गई या इस विषय पर क्या होना है इसको लेकर अभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने कार्रवाई को सार्वजनिक नहीं किया है वहीं जब हमने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया अब देखना होगा कि इस मामले में मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह यह मामला भी बराबर होकर रह जाता है