मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के नागरिकों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। 1 नवंबर स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के बाद भी सावधानियों की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का हृदय प्रदेश है। प्रदेश ने विकास के नए आयामों को छुआ है। गत डेढ़ दशक में विकास में नागरिकों की भागीदारी भी सराहनीय रही है। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए भी समाज के सभी वर्ग योगदान देने के इच्छुक हैं। मध्यप्रदेश में जन-भागीदारी का मॉडल सफल हो रहा है। सुशासन और सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से नागरिकों को अनेक सुविधाएं और सेवाएं प्राप्त हो रही हैं। अन्य प्रांत भी इसका अनुसरण कर रहे हैं। इस वर्ष कोरोना नियंत्रण के बाद भी सावधानियों की आवश्यकता है। स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष भी है। एक नवम्बर 1956 को प्रदेश का गठन हुआ था। कल प्रदेश का 66वां स्थापना दिवस है। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश प्रगति के नए-नए उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
राज्यपाल की भी शुभकामनाएं
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने समस्त प्रदेशवासियों को मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की है। उन्होंने मंगल कामना की है कि प्रदेश आत्म-निर्भरता के नये आयाम कायम करें। हर घर में सुख समृद्धि का वास हो। नागरिकों से अपील की है कि एकजुट होकर प्रदेश के विकास के लिए कार्य करें। लोकल के लिए वोकल हो। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश निर्माण संकल्प को पूरा करने में सहयोग करें।










































