राजधानी में स्थित हमीदिया अस्पताल के नवजात शिशु वार्ड में सोमवार रात आग लगने से घायल हुए आधा दर्जन बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है। यहां सोमवार को 1 से 9 दिन तक के 4 बच्चों की मौत हुई थी। मंगलवार को भी चार नवजातों की मौत हो जाने की बात सामने आ रही है, लेकिन अस्पताल की तरफ से कोई भी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
सोमवार को घटना के दौरान बिजली जाने की वजह से वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिलने के कारण उम्र में थोड़े बड़े बच्चों की भी हालत बिगड़ी है। हालांकि उन्हें अंबू बैग से ऑक्सीजन दी गई, लेकिन इस तरीके में जितनी जरूरत होती है उतनी ऑक्सीजन नहीं मिल पाने की वजह से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को घटना की जांच की जिम्मेदारी दी है। वह सुबह 9 बजे हमीदिया अस्पताल पहुंच गए हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी हमीदिया अस्पताल पहुंचने वाले हैं। 36 नवजातो को फिलहाल कमला नेहरू अस्पताल की दूसरी मंजिल पर पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रखा क्या है। इनमें 7 बच्चे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।