प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत जिला अस्पताल में काम कर रहे लगभग 250 युवाओं को अब बेरोजगार होने का डर सताने लगा है। युवाओं द्वारा प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग से मुलाकात कर उनके रोजगार की व्यवस्था किए जाने की मांग की।
जिला अस्पताल में फ्रंट लाइन वर्क के रूप में काम कर रहे युवाओं ने प्रभारी मंत्री श्री डंग को बताया कि कोरोना संक्रमण की आहट को देखते हुए उन्हें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जिला अस्पताल में 90 दिन की ट्रेनिंग दी जा रही है जिसमें उन्हें करीब 150 रु के हिसाब से मानदेय दिया जाता है जबकि ट्रेनिंग के तहत उन्हें मरीजों की देखभाल करने, दवाई गोली का वितरण करने, इंजेक्शन लगाने ,महलम पट्टी व ऑक्सीजन से संबंधित सुविधाएं देने के कार्य सहित एक नर्स के समान सभी कार्य कराए जा रहे हैं लेकिन वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर नहीं आने की बात कही जा रही है जिसके चलते उन्हें अब बेरोजगार होने का डर सताने लगा है।