डॉक्टर भीमराव अंाबेडकर मंगल भवन में मंगलवार को वारासिवनी खैरलांजी विधानसभा चुनाव के पश्चात परिणाम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक भाजपा जिला अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल, पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश शासन प्रदीप जायसवाल,भाजपा उपाध्यक्ष संजय खंडेलवाल,वरिष्ठ भाजपा नेता दयाचंद सिंघई,पूर्व जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती निर्मला पटले, निरंजन बिसेन, किशोर अमूले, समाजसेवी संजय सिंह कछवाहा, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रदीप शरणागत, नगर मंडल अध्यक्ष दीप चौहान, खैरलांजी मंडल अध्यक्ष नरेंद्र शुक्ला सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में प्रारंभ की गई। जिसमें सर्वप्रथम उपस्थित जनों के द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ,डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। जिसमें हाल ही में संपन्न हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव २०२३ अंतर्गत वारासिवनी खैरलांजी विधानसभा चुनाव में भाजपा को करीबी मतों से मिली हार को लेकर समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान भाजपा के विभिन्न पदाधिकारियों के द्वारा मंच से हार के कारण एवं होने वाली त्रुटियां के बारे में निडर रूप से कहा गया। वहीं पूर्व विधायक डॉक्टर योगेंद्र निर्मल, पूर्व विधायक ओमकार सिंह बिसेन सहित अन्य लोगों की पार्टी के प्रति निष्ठा पर भी सवाल खड़ा करते हुए उन्हें गद्दार करार कर पार्टी के विरोध में कार्य करने को लेकर जिला संगठन से इन पर कार्यवाही करने की मांग की गई। इस अवसर पर पूर्व नपा अध्यक्ष श्रीमती स्मिता जायसवाल, जनपद अध्यक्ष माया उइके ,नगर पालिका अध्यक्ष सरिता मनोज दांदरे ,जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा अमुले , विनय सुराना ,रिधन चौहान ,विजय सहारे ,सौरभ पटेल, राकेश बनोटे ,आशुतोष कोहाड़, चिंतामन नगपुरे ,अरमान खान ,संतोष आडे सहित भाजपा के पन्ना प्रमुख से मंडल तक के पदाधिकारी सदस्य सहित विभिन्न संस्थाओं के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
विधानसभा चुनाव में दोनों मंडलों में अच्छा कार्य रहा- सत्यनारायण अग्रवाल
जिला अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल ने कहा कि सभी कार्यकर्ता से हमने चर्चा की थी प्रदीप जायसवाल को कहा था कि नगर में १५०० वोट की लीड रहेगी तो हम जीत रहे हैं । परंतु नुकसान नगर में हुआ दोनों मंडलों में अच्छा कार्य रहा। कोई किंतु परंतु नहीं है बड़े कार्यकर्ता है जो भाजपा को मां मानते हैं दो व्यक्ति है नाम जो यहां लिया गया है और उनके नाम जायसवाल ने भी हमें दिए हैं उसे हमने प्रदेश भेज दिया है। प्रदेश नेतृत्व तय करेगा हमें क्या करना मैं मानता हूं एक से दो नाम वह है जिन्हें पार्टी ने सब दिया पर वह पार्टी के साथ नहीं चले पार्टी को मां मानते हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा ना एक साधारण कार्यकर्ता को १८ साल मुख्यमंत्री बना कर रखा अब मेरा समय है कि पार्टी को कुछ देना है यह उनका बड़प्पन है और जो लाडली बहन योजना रही उसी का कारण है कि प्रदेश में १६३ सीट हम जीते हैं बहनो ने वोट किया है। पूरी ताकत से विरोध ऊपर रखा है देर सवेर सुनवाई होगी आपको अस्वस्थ करता हुं कि कार्यकर्ता निराश ना हो भाजपा की सरकार है प्रत्येक कार्यकर्ता की सुनी जाएगी।
हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा किंतु समय से हम हारे हैं
पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि हम आखिरी गेंद पर हारे किंतु हार हार होती है समीक्षा कर अगला मैच जीतने का प्रयास रहेगा। जो गद्दार की बात यहां हुई है तो गद्दार हर जगह होते हैं और इन गद्दारों की इतनी औकात नहीं कि वह हमें चुनाव हरा दे अगर औकात होती तो अलग से चुनाव लडक़र दिखाते बुजदिली का काम किया है। हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा किंतु समय से हम हारे हैं स्थिति हमारे खिलाफ थी जनता ने हमारा साथ दिया ऐसे ही नही ८० हजार वोट मिले ४६ वोट से जीतने के बाद हार गये कर्मचारियों ने वोट सरकार के खिलाफ किया है। जीतने वाले को पता ही नहीं कि वह जीत गया सपना जैसा लग रहा है आज भी यकीन नहीं है हम किसी को दोष नहीं देते गलती की समीक्षा होगी। वहीं श्री जायसवाल का गला भर आया जिन्होंने सयम रख कहा कप्तान हम थे तो मैं क्षमा चाहता हूं की एक भरोसा था पर उस पर हम खड़े नहीं उतरे क्षमा चाहता हूं कार्यकर्ता से बहुत मेहनत की महिलाओं ने सब काम छोड़ मेहनत की।
जिला प्रशासन के सहयोग से हर कार्य किए जाएंगे
श्री जायसवाल ने कहा कि आज हम मंत्रिमंडल में होते पर यह समय को मंजूर नहीं था किसी को अपने ऊपर कुछ लेने की जरूरत नहीं है हजारों कार्यकर्ता काम कर रहे हैं १० कार्यकर्ता से कुछ नहीं होता विपरीत परिस्थिति में जीते पर समय ने हमें हराया है। यह निश्चित मानकर चलिए जिसने काम किया है उसका ५ वर्ष पूरा सम्मान रहेगा जिसने नहीं किया उसका अभी से सम्मान खत्म यह हार हमें स्वीकार है। भविष्य के लिए दिल छोटा ना करें क्योंकि जिसे जवाबदारी मिली है उसकी क्षमता भी जानते हैं। वरना जीत का जुलूस निकाला था एक को नहीं पहचान सकते थे शहर ने चुनाव जिताया ११०० से किंतु ५०० लोग नहीं थे। हमारा काम लोगों को शायद समझ नहीं आया । क्योंकि हमने तुम्हें नहीं तुम्हारे बच्चे बहू को देखकर काम करवाया था वारासिवनी में तुम्हारे नाती पोती को देखकर वारासिवनी में काम कराया था। इथेनॉल प्लांट खोलकर अभ्यारण की बात बोलकर हमसे गलती हो गई क्योंकि बेरोजगारी है और पता कर लेना यह एथेनॉल प्लांट वारासिवनी के बाहर कहीं नहीं है । हमको लगा किसान खुश होंगे परंतु वह जातिवाद में बट गए और बाकी लोग नाराज हो गये। सबको अपनी पड़ी है क्षेत्र की किसी को नहीं पड़ी है इसलिए बात आई है हम फि र जीतेंगे क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से हर संभव कार्य किए जाएंगे बाकी आप अपने मन से यह निकाल दो की सब खुश होंगे। किसी के लिए सर कटा लो तो भी १०० प्रतिशत लोग आपके साथ खड़े नहीं होंगे वह बोलेंगे थोड़ा ऊपर से कट गया नीचे से काटना था।