6 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस 9 दिन के नवरात्र पर्व का समापन दशहरा पर्व के साथ हुआ और सार्वजनिक पंडालों में विराजित मां जगदंबे की प्रतिमाएं गुरुवार को विसर्जन के लिए भक्तों ने अपनी माता के ऊपर आस्था रखी धूमधाम और डीजे की धूम देखने को मिली। हर्ष उल्लास के साथ प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान शाम से प्रारंभ हुए विसर्जन कार्यक्रम देर रात तक जारी रहा। इस दौरान बड़ी नहर तालाब नदी व तालाब में प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
नव दुर्गा उत्सव समिति की माता रानी का हुआ विसर्जन
नगर में 19 वर्षों से नव दुर्गा उत्सव समिति बस स्टैंड ने डीजे की धुन पर सार्वजनिक पंडाल में बैठी माता रानी की आकर्षक मनमोहक प्रतिमा का विसर्जन किया गया। पूरे नवरात्र पर्व के दौरान इस पंडाल में जहां गरबा नृत्य हुआ वहीं आकर्षक कार्यक्रम भी हुये। दशहरा पर्व के अवसर पर 5 अक्टूबर को भंडारा रूपी महाप्रसाद का वितरण कर भक्तजनों को किया गया। जिसके बाद 6 अक्टूबर को माता रानी की शोभायात्रा निकालकर सीधे बड़ी नहर में पहुंचकर समिति सदस्यों के द्वारा विसर्जन किया गया। प्रतिवर्ष समिति के द्वारा डीजे की धुन पर माता रानी की शोभायात्रा निकली जाती है जिसमे माता के भक्तों के द्वारा जमकर नृत्य व गुलाल उड़ाया जाता था इसी कड़ी में और भव्य विसर्जन कार्यक्रम किया गया।
माता रानी को दी गई विदाई
वार्ड नंबर 1 2 3 में सम्राट नगर दुर्गा उत्सव समिति बस स्टैंड नव दुर्गा उत्सव समिति गांधी चौक स्थित जय जनजागृति दुर्गा उत्सव समिति नवयुवक दुर्गा उत्सव समिति भाजी मंडी सहित अन्य समितियों ने माता रानी की भव्य रूप से शोभायात्रा निकालकर उन्हें विदाई दी गई सभी ने बड़ी नहर पहुंचकर आरती कर प्रतिमा विसर्जन किया। इस नौ दिवसीय पर्व सार्वजनिक पंडाल में समिति पदाधिकारियों भक्तों ने माता रानी के भक्ति भाव के साथ आराधना कर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया।