हॉकी मैदान में स्ट्रोटर्फ लगने के पहले , टर्फ में लग गई आग

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नगर के महात्मा गांधी नगर पालिका स्कूल के बाजू में रखी लाखों रुपए की स्ट्रोटर्फ में गुरुवार की दोपहर अचानक आग लग गई ।अज्ञात कारणों के चलते स्कूल के बास्केटबॉल मैदान में रखी स्ट्रोटर्फ में भरी दोपहर आग लगने से वह कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया। जहां 28 बंडल में से स्ट्रोटर्फ के 5-6 बंडल जलकर खाक हो गए ।उधर घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची नगर पालिका की फायर ब्रिगेड टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उक्त आग पर काबू तो पा लिया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी ।बताया जा रहा है कि अज्ञात कारणों के चलते लगी इस आग में बास्केटबॉल मैदान में रखी गए स्ट्रोटर्फ के 28 बंडल में से 5-6 बंडल आग में जल गए। उधर आगजनी की इस घटना के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। क्योंकि जिस जगह पर यह बंडल रखे हुए थे वहां विद्युत व्यवस्था नहीं थी ना ही ऐसे कोई कारण थे कि वहां आग लग जाए। जिस पर हॉकी संघ सचिव द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए गए तो वहीं उन्होंने स्कूल में बच्चों पर बड़ी सिगरेट पीने का आप भी लगाया है। उधर स्कूल प्रबंधन ने स्कूली बच्चो लगाए गए सभी आरोपी को झूठा व बेबुनियाद बताते हुए स्पष्ट किया कि उनके स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ऐसी हरकत नहीं करते, जिस समय यहां घटना हुई उस समय क्लास लगी हुई थी इसीलिए बच्चों पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह झूठे व बेबुनियाद है। वहीं उन्होंने खेल मैदान में स्ट्रोटर्फ तरफ रखने के पूर्व स्कूल प्रबंधन से किसी प्रकार की अनुमति नहीं लेने की बात कही है। हालांकि यहां आग कैसे लगी फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है और हर कोई अपने-अपने हिसाब से केवल अंदाजा ही लग रहा है। वही मामले की सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

करीब 2 माह पूर्व मुंबई से लाया गया था स्ट्रोटर्फ
बताया जा रहा है कि पिछले कई वर्षों से बनाए जा रहे हॉकी मैदान में स्ट्रोटर्फ लगाने के लिए करीब डेढ़ से दो महा पूर्व टर्फ ठेकेदार द्वारा मुंबई से स्ट्रोटर्फ के 28 बंडल मंगाए गए थे। जिन्हें नगर पालिका महात्मा गांधी स्कूल के बाजू में स्कूल के बास्केटबॉल मैदान में रखा गया था। जहा टर्फ की सुरक्षा के माकूल इंतेजाम नहीं किए गए थे। बताया जा रहा है कि गुरुवार की दोपहर करीब 1बजे। अज्ञात कारणों के चलते उस स्ट्रोटर्फ से अचानक धुआ उठता हुआ दिखाई दिया। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता कि उसमें अचानक आग लग गई। यह जहां आग लगने से कुछ देर के लिए वहां अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया और स्थानीय लोग स्ट्रोटर्फ में लगी उक्त आग को अपने-अपने स्तर से बुझाने का काम करने लगे। इसी बीच किसी ने मामले की सूचना नगर पालिका फायर ब्रिगेड टीम को दी। जहां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नगर पालिका की फायर ब्रिगेड टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उक्त आग पर काबू पायाम जिसके चलते अन्य बंडल जलने से बच गए। तो वही 5-6 बंडल में लगी आग को बुझाया गया. बताया जा रहा है कि यदि समय रहते उक्त आग पर काबू नहीं पाया गया होता तो यह आग भीषण भी हो सकती थी और इसमें अन्य स्ट्रोटर्फ के बंडल भी जलकर खाक हो सकते थे।

कुछ दिन पूर्व स्ट्रोटर्फ की गुणवत्ता पर श्री मुंजारे ने उठाए थे सवाल
स्कूल मैदान में रखे स्ट्रोटर्फ में आग कैसे लग गई फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।लेकिन स्ट्रोटर्फ में आग लगने की घटना ने, एक बार फिर इस पूरे मामले को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। क्योंकि इस घटना के कुछ दिन पूर्व ही पूर्व सांसद कंकर मुंजारे द्वारा स्ट्रोटर्फ मैदान का निरीक्षण किया गया था। जहां उन्होंने अपने इस निरीक्षण में कई खामियां गिनाई थी, तो वहीं उन्होंने स्कूल मैदान में रखी स्ट्रोटर्फ की गुणवत्ता को लेकर भी कई सवाल खड़े किए थे। जिन्होंने हॉकी मैदान में लगाने के लिए मंगवाई गई स्ट्रोटर्फ को गुणवत्ताहीन बताते हुए इसकी जांच कराई जाने की मांग की थी। जहां श्री मुंजारे द्वारा लगाए गए इन आरोपों और उनके सवालों को पदमेश न्यूज़ और बालाघाट एक्सप्रेस अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। इस बात को अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं की भरी दोपहरी दिनदहाड़े स्ट्रोटर्फ में आग लगने कि इस घटना ने एक बार फिर स्ट्रोटर्फ की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बहरहाल आगजनी का कारण क्या है और यह घटना कैसे हो गई, घटना किसी से अनजाने में हुई या फिर जानबूझकर इस घटना को अंजाम दिया गया है। यह तो जांच का विषय है।जिसका खुलासा आने वाले वक्त में हो सकता है।

सुरक्षा के नहीं दिखे पुख्ता इंतजाम
आपको बताएं कि आगजनी की इस घटना ने एक बार फिर वहां की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है ।जानकारी के अनुसार स्ट्रोटर्फ का एक बंडल करीब 10 लाख रुपए की लागत का है ऐसे करीब डेढ़ से 2 महा पूर्व 18 बंडल हॉकी मैदान में लगाने के लिए मुंबई से मांगे गए थे। जिन्हें बास्केटबॉल मैदान में लाकर रखा गया था
लेकिन उसकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। जहां परिसर में स्ट्रोटर्फ की सुरक्षा के लिए ना तो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और ना ही अग्निशमन यंत्र रखे गए थे। इसके अलावा जिस जगह पर स्ट्रोटर्फ पर रखा हुआ था वहां शार्ट सर्किट होने के भी कोई चांस नजर नहीं आ रहे हैं। वही सिक्योरिटी गार्ड भी नदारत दिखा। जिसको लेकर जहां सवाल उठ रहे हैं। तो वहीं दूसरी और आगजनी की इस घटना को लेकर स्कूली बच्चों पर भी सिगरेट पीकर फेंकने का अंदेशा जताया जा रहा है ।

स्कूली बच्चों पर लग रहे बीड़ी सिगरेट पीने के आरोप
उधर आगजनी की इस घटना को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।कोई इस घटना को आसामाजिक तत्वों से जोड़कर देख रहा है। तो कोई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच आगजनी की घटना का अंदेशा स्कूली बच्चों पर भी लग रहा है।कहा जा रहा है कि स्कूल के मैदान में स्कूल बच्चों और बाहरी बच्चों का अक्सर जमावड़ा लगा रहता है।तो वही कोई स्थानीय स्कूली बच्चों पर बड़ी सिगरेट पीकर फेंकने की आशंका के चलते आगजनी की घटना होने की बात कह रहा है। हालांकि स्कूल प्रबंधन ने स्कूली बच्चों पर लग रहे सभी आरोपों का खंडन किया है। लेकिन जिम्मेदार, इस स्कूल के बच्चों की गलती मान रहे हैं।

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