12 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली बादल गिरफ्तार

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बालाघाट (पदमेश न्यूज)। जिले में चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान में गुरुवार को पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।जिसमें पुलिस ने प्लाटून-02 के सक्रिय सदस्य नक्सली ओसा उर्फ बादल को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने एक पिस्टल भी बरामद की है। मुखबिर की सूचना के आधार पर चलाए गए इस अभियान में गुरुवार को छत्तीसगढ़ के कबीरधाम से लगे बालघाट जिले के कान्हा पार्क के कोर जोन समनापुर-बांधाटोला के बीच जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेंड हो गई। बताया जा रहा है कि मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी थी करीब 100 नक्सलियों का दलम छत्तीसगढ़ से बालाघाट आया है जो ग्रामीणो को नक्सली दलम में भर्ती करने की फिराग में है, जिसमे 2 नक्सली बाघा टोला के बाजार में सामान लेने आए हैं। बाकी नक्सलीसमनापुर और बांधाटोला के जंगल में मिटिंग कर रहे है। मुखबिर की सूचना पर एक विशेष दल का गठन किया गया और पूरे क्षेत्र में पुलिस द्वारा सर्चिंग अभियान चलाया गया इस दौरान बाजार गए दो नक्सलियों को पुलिस द्वारा पकडऩे की कोशिश की गई।जिसमें से एक नक्सली भागने में कामयाब हो गया तो वही दूसरा नक्सली भागते हुए एक तालाब में कूद गया जिस पर कुछ जवानों ने तालाब में छलांग लगाकर उसे दबोच लिया पुलिस की गिरफ्त में आए इस नक्सली का नाम ओसा उर्फ बादल बताया गया है जो पहले विस्तार दलम में काम करता था लेकिन कुछ दिनों से दूसरा मोचा दलम का नेतृत्व कर रहा था जिसने अपनी पिस्टल तालाब में फेक दिया था जिसे पुलिस द्वारा बाद में बरामद किया गया ।जब गिरफ्तार नक्सली को पुलिस गांव की तरफ वापस लाने लगी तो बीच रास्ते में ही 20 से 25 नक्सली दलम ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी वहीं पुलिस ने भी नक्सलियों पर जवाबी हमला किया। इस दौरान नक्सली फायदा उठाकर भाग गये। गिरफ्तार नक्सली ओसा उर्फ बादल मरकाम महाराष्ट और छ.ग का वान्टेड हार्डकोर नक्सली है जिसके उपर 12 लाख का ईनाम घोषित किया गया है। जिसे पुलिस ने सुरक्षित लाकर वरिष्ठ अधिकारियों के सुपुर्द किया। जिसकी पुष्टि आईजी के पी वेंकटेश्वर राव और पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी द्वारा की गई है।
बादल की गिरफ्तारी नक्सली सक्रियता के दे रहे सबूत
गौरतलब हो कि हाल ही में 06 सितम्बर को कान्हा के कोर जोन ईलाके में बसपहरा के जंगल में झामसिंह धुर्वे निवासी बालसमुंद छ.ग का शव बरामद हुआ था जिसके शरीर पर गोली लगने के निशान पाये गये थे। इस मामले में पुलिस अधिक्षक अभिषेक तिवारी ने पुलिस-नक्सली मुठभेंड का दावा किया था, लेकिन मृतक के परिजन, रिश्तेदार और सामाजिक जनप्रतिनिधियों के द्वारा फर्जी एनकांउन्टर करार देते हुए छ.ग से लेकर म.प्र तक आक्रोश जाहिर किया गया था। जिसके बाद जिला प्रशासन ने दंडाधिकारी जाचं शुरू कर दी थी तो वही आदिवासी समाज की ओर से लगातार हो रहे आक्रोश प्रदर्शन और विरोध के बाद आज ही 17 सितंबर को सीआईडी जांच करने की घोषणा की है। ऐसे में आज फिर उसी क्षेत्र से लगे समानापुर बांधाटोला के जंगल में मुठभेंड की खबर और फिर प्लाटून-02 के सक्रिय सदस्य ओसा उर्फ बादल की गिरफ्तारी होना इस बात की पुष्टी करता है कि क्षेत्र में नक्सली फिर से सक्रियता दिखा रहे है।
ओसा की गिरफ्तारी होने पर नक्सलियों ने की थी जवानों पर फायरिंग- आई जी
इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान आईजी केपी वेंकटेश्वर राव ने बताया कि पिछले दिनों से ही नक्सली उन्मूलन अभियान तेज कर दिया गया है मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि 100 से अधिक नक्सली छत्तीसगढ़ से आए हैं जो गांव वालों से नक्सली मूवमेंट पर चर्चा कर रहे हैं सूचना के आधार पर एसपी एडिशनल एसपी और स्थानीय थाना प्रभारी के नेतृत्व में 17 चौकी की पुलिस फोर्स व हॉक टीम को सर्चिंग में भेजा गया था जिन्होंने एक रणनीति के तहत सर्चिंग अभियान चलाया। पता चला कि दो नक्सली सादे कपड़ों में सामान खरीदने बाजार गए हैं जिन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की गई जिसमें से एक नक्सली भागने में कामयाब हो गया तो दूसरा अपनी बंदूक तालाब में फेंक कर तालाब में छलांग लगा दी जिसे तालाब से सुरक्षित बाहर निकाला गया और बंदूक भी ज़ब्त की गई जब जवान वापस लौट रहे थे तब नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की इस हमले में जवानों ने पुलिस टीम के साथ साथ पकड़े गए नक्सली को सुरक्षित लाया। गिरफ्तार किए गए नक्सली पर महाराष्ट्र में 4 लाख, छत्तीसगढ़ में 5 लाख और मध्यप्रदेश में 3लाख का ईनाम है जिससे पूछताछ जारी है वही सर्चिंग अभियान क्षेत्र में लगातार चलाया जा रहा है।
आगे भी अभियान जारी रहेगा- एसपी तिवारी
वह इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि जो 2 नक्सली सामान खरीदने बाजार गए वे दोनों सिविल ड्रेस में थे जो ग्रामीण की तरह दिख रहे थे पुलिस जब उन्हें पकडऩे लगी तो दोनों भागने लगे पहले पुलिस द्वारा यह पुष्टि की गई कि वे कहीं ग्रामीण तो नहीं है इस पर एक के पास पिस्टल दिखाई दी जिसने पुलिस से बचने के लिए तालाब में छलांग लगा दी और पिस्टल तालाब में फेंक दी जिसे पुलिस जवानों ने तलाब से सुरक्षित बाहर निकाल कर गिरफ्तार किया वही दूसरा नक्सली भाग गया जिसके कुछ देर बाद नक्सलियों द्वारा पुलिस पार्टी पर हमला किया गया इस हमले में पुलिस जवानों को भी गोली लग सकती थी लेकिन जवानों ने सूझबूझ के साथ गिरफ्तार किए गए नक्सली सुरक्षित लाया गया। उन्होंने आगे बताया कि नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत पूरे क्षेत्र में लगातार सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है जो आगे भी चलता रहेगा।

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